Get all latest Chhattisgarh Hindi News in one Place. अगर आप छत्तीसगढ़ के सभी न्यूज़ को एक ही जगह पर पढ़ना चाहते है तो www.timesofchhattisgarh.com की वेबसाइट खोलिए.

समाचार लोड हो रहा है, कृपया प्रतीक्षा करें...
Disclaimer : timesofchhattisgarh.com का इस लेख के प्रकाशक के साथ ना कोई संबंध है और ना ही कोई समर्थन.
हमारे वेबसाइट पोर्टल की सामग्री केवल सूचना के उद्देश्यों के लिए है और किसी भी जानकारी की सटीकता, पर्याप्तता या पूर्णता की गारंटी नहीं देता है। किसी भी त्रुटि या चूक के लिए या किसी भी टिप्पणी, प्रतिक्रिया और विज्ञापनों के लिए जिम्मेदार नहीं हैं।
देश भर से विद्वानों ने प्रतिभागियों को सिखाये अच्छे अनुसंधान के लिए रिसर्च मेथड्स, टूल्स एन्ड टेक्निक्स

 रायगढ़: ओपी जिंदल विश्वविद्यालय, रायगढ़ के स्कूल ऑफ साइंस द्वारा ‘रिसर्च मेथड्स, टूल्स एन्ड टेक्निक्स’ विषय पर पांच-दिवसीय ऑनलाइन फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम का सफल आयोजन किया गया।  10 जनवरी से 14 जनवरी 2023 तक चले इस एफडीपी में देशभर के विद्वानो द्वारा अनुसन्धान से सम्बंधित विषय पर महत्वपूर्ण व्याख्यान दिए गए।  स्कूल ऑफ साइंस द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम का उद्देश्य फैकल्टी, पंजीकृत पीएच.डी. स्कॉलर और रिसर्च अभिरुचि के इंडस्ट्री के लोगों के लिए उनसे संबंधित अनुसंधान क्षेत्रों में अनुसंधान की गुणवत्ता के लिए व्यावहारिक प्रशिक्षण प्रदान करने का एक प्रयास करना था।

10 जनवरी को आयोजित उदघाटन अवसर पर स्कूल ऑफ़ साइंस के असोसिएट डीन डॉ गिरीश चंद्र मिश्रा ने सभी प्रमुख वक्ताओं , फैकल्टी एवं प्रतिभागियों का स्वागत किया और बताया की इस कार्यक्रम में अनुसंधान पद्धति पर व्याख्यान और चर्चा सत्रों के अलावा, संकाय सदस्य उनके द्वारा तैयार किए गए विशिष्ट शोध प्रस्तावों को साझा करेंगे और उनकी शोध गतिविधियों के विभिन्न पहलुओं पर प्रत्यक्ष चर्चा करेंगे। दशकों के अनुभव वाले प्रतिष्ठित विद्वान और संकाय सदस्य इस कार्यक्रम के लिए प्रमुख वक्ताओं के रूप में शामिल होंगे और अनुसंधान की पद्धति पर ध्यान केंद्रित करने के साथ-साथ अनुसंधान के प्रकाशन के लिए दिशानिर्देशों को भी साझा करेंगे।  इस कार्यक्रम का उद्देश्य अनुसंधान समस्या की पहचान, साहित्य की समीक्षा, मात्रात्मक, गुणात्मक और मिश्रित पद्धतियों से लेकर लेखन और प्रकाशन में नैतिक प्रथाओं तक के विषयों पर चर्चा करना है। कार्यक्रम के संयोजक और मानविकी विभाग के प्रोफ़ेसर डॉ संजय कुमार सिंह ने सभी प्रतिभागियों को एफडीपी के सभी सत्रों और सभी प्रमुख वक्ताओं के बारे में बताते हुए इसके प्रमुख उद्देश्यों के बारे में बताया। 

उन्होंने बताया की इस ऑनलाइन फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम का प्रमुख उद्देश्य इसमें भाग लेने के बाद, फैकल्टी सदस्य और रिसर्च स्कॉलर्स, उनके विषयों की शोध की गहराई से समझ और निर्णय लेने की प्रक्रिया में इसके निहितार्थ, विशिष्ट शोध का उत्तर देने के लिए एक वैध शोध परियोजना कैसे डिजाइन करें, डेटा संग्रह के लिए विश्वसनीय और वैध प्रश्नावली कैसे डिजाइन करें, मजबूत विश्लेषणात्मक सॉफ्टवेयर का उपयोग करके वर्णनात्मक और सांख्यिकीय उपकरण का उपयोग कैसे करें; और अनुसंधान पद्धति में उभरती प्रवृत्तियों में कुशल कैसे बनें और उनकी संभावनाओं को कैसे डिजाइन करें, के बारे में जानकारी प्रदान करना है। डॉ सिंह ने सभी प्रतिभागियों से सभी प्रमुख वक्ताओं का विस्तृत परिचय कराया और उनके द्वारा दिए जाने वाले व्याख्यान के बारे में बताया। 

10 जनवरी से 14 जनवरी 2023 तक चले इस कार्यक्रम के आठ टेक्नीकल सत्रों में प्रमुख वक्ताओं ने अपने-अपने विशिष्ट विषयों पर व्याख्यान दिए।  क्वीन्स यूनिवर्सिटी बेलफास्ट, यूनाइटेड किंगडम की डॉ शांति जोसेफ ने ‘इंट्रोडक्शन टू बेसिक रिसर्च मेथोडोलॉजी एंड रिव्यू ऑफ़ लिटरेचर’; डॉ कल्पना शुक्ला, सहायक प्रोफेसर, जाकिर हुसैन दिल्ली कॉलेज, दिल्ली विश्वविद्यालय ने ‘वर्तमान अनुसंधान परिदृश्य में डेटा एनालिटिक्स की भूमिका’; डॉ. संगीता, प्रोफेसर, गणित विभाग, बीएमयू, रोहतक ने ‘अनुसंधान में नमूना तकनीक’; डॉ. प्रमोद मलिक, प्रभारी, आईपीआर अध्ययन केंद्र, कानून विभाग, बीपीएस महिला विश्वविद्यालय, सोनीपत (हरियाणा) ने ‘ प्लाजिएरिस्म एंड कॉपीराइट इस्यु इन रिसर्च’; डॉ. सौरभ मित्तल, कंट्रोलर ऑफ़ एग्जाम, फैकल्टी- एनालिटिक्स एंड आईटी, फॉर्च्यून इंस्टीट्यूट ऑफ इंटरनेशनल बिजनेस, नई दिल्ली ने फाइंडिंग सूटेबल जर्नल्स फॉर योर रिसर्च’ ; डॉ वरुण राय, सहायक प्रोफेसर, रसायन विज्ञान विभाग, इलाहाबाद विश्वविद्यालय, यूपी ने ‘राइटिंग रिसर्च प्रपोजल’; डॉ. अनलकांत झा, एसोसिएट प्रोफेसर, जैव-प्रौद्योगिकी विभाग, ओपीजेयू  ने ग्रीन प्रोसीजर इन साइंस – अ स्टेप टुवर्ड्स सस्टेनिबिलिटी’ और डॉ. आर.एस. सिंह, एसोसिएट प्रोफेसर, भौतिकी विभाग, स्कूल ऑफ साइंस, ओपी जिंदल विश्वविद्यालय ने ‘इफेक्टिव मैनुस्क्रिप्ट राइटिंग एंड फैमिलीराइजेशन ऑफ़ इम्पैक्ट फैक्टर, एच -इंडेक्स एंड आई 10-इंडेक्स’ विषयों पर अपने विशिष्ट व्याख्यान दिए।  सभी व्याख्यानों को प्रतिभागियों ने बड़े ध्यान से सुना और सभी की प्रशंसा भी किया।

ओपी जिंदल विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ आर. डी. पाटीदार ने स्कूल ऑफ़ साइंस के सभी सदस्यों को प्रथम फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम के सफल आयोजन के लिए बधाई दिया और साथ ही साथ आशा व्यक्त किया की इस तरह के कार्यक्रम के आयोजन लगातार किये जाएंगे। विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रो अनुराग विजयवर्गीय ने भी स्कूल ऑफ़ साइंस के सभी सदस्यों को कार्यक्रम के सफल आयोजन के लिए बधाई  प्रेषित किया।

 14 जनवरी को आयोजित समापन समरोह में डॉ गिरीश चंद्र मिश्रा ने सभी प्रमुख वक्ताओं को सम्मानित किया और साथ ही साथ ओपी जिंदल विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ आर. डी. पाटीदार, कुलसचिव प्रो अनुराग विजयवर्गीय, सभी वक्ताओं, प्रतिभागियों, कार्यक्रम के संयोजकों डॉ संजय सिंह और डॉ दीपक पटेल ; तथा सभी सहयोगियों- डॉ सौम्या सिंह, प्रो मानस रंजन मिश्रा, डॉ. अनलकांत झा, डॉ. आर.एस. सिंह, डॉ अंकुर रस्तोगी, श्री चंद्रकांत पाल एवं श्री प्रवीण देवांगन आदि के प्रति कार्यक्रम के सफल आयोजन में अपना मार्गदर्शन, सहयोग एवं समय देने के लिए अपना आभार प्रदर्शित किया।

The post देश भर से विद्वानों ने प्रतिभागियों को सिखाये अच्छे अनुसंधान के लिए रिसर्च मेथड्स, टूल्स एन्ड टेक्निक्स appeared first on Clipper28.

https://clipper28.com/hi/scholars-from-across-the-country-taught-participants-research-methods-tools-and-techniques-for-good-research/