राजनांदगांव | nationalert.in
सरकारी शिक्षक ने एक अधेड़ से 20 लाख की ठगी को अंजाम दिया है। इस मामले में भोरमदेव कारखाने में पदस्थ रहे केएन कांडे और परिवहन विभाग के रिटायर्ड अधिकारी और भाजपा नेता एमडी ठाकुर का नाम शामिल है। हालांकि वे आरोपी नहीं हैं। बल्कि उनके नामों का इस्तेमाल कर केएन कांडे के भाई छुरिया ब्लॉक के हालेकोसा हाईस्कूल में पदस्थ शिक्षक कृष्ण कुमार कांडे पर इस ठगी का आरोप है।
72 वर्षीय पीडि़त अधेड़ ने पुलिस को मामले की इत्तला करते हुए बताया है कि, बेटे और भांजों की शक्कर कारखाने में नौकरी लगवाने के लिए उसने ये रकम शिक्षक को दी थी… लेकिन नौकरी कभी लगी ही नहीं। इस रकम के लिए उसने अपनी जमीन बेच दी थी। अब राजनांदगांव की कोतवाली पुलिस ने इस मामले में एक आरेपी के खिलाफ 420 का मामला दर्ज कर लिया है।
आरोप है कि तकरीबन 8-9 साल पहले शिक्षक कृष्ण कुमार कांडे ने राजनांदगांव के मोतीपुर निवासी शिव कुमार सिन्हा से उनके बेटे और भांजों की नौकरी पक्की करवाने के लिए 20 लाख रुपए ले लिए। वर्ष 2014 से 2015 के बीच उसे रकम दी गई। इसके लिए बुजुर्ग ने अपनी जमीन भी बेच दी।
कांडे के साथ शिकायकर्ता की जान-पहचान थी। प्रार्थी ने अपने लडक़े महेश कुमार सिन्हा और दो भांजे चुन्नीलाल सिन्हा और संतोष सिन्हा को नौकरी लगाने के लिए आरोपी शिक्षक पांडे को अलग-अलग तारीखों में 20 लाख रुपए दिए।
प्रार्थी ने पुलिस को शिकायत में बताया कि आरोपी शिक्षक ने कवर्धा के भोरमदेव शक्कर कारखाना में बतौर एमडी पदस्थ अपने भाई कमल नारायण कांडे के माध्यम से सरकारी नौकरी लगाने का भरोसा दिलाया था। वहीं परिवहन विभाग से रिटायर्ड हुए भाजपा नेता एमडी ठाकुर द्वारा भी नौकरी लगवाने की बात कहते हुए भी उक्त राशि ली। पिछले 7-8 सालों से नौकरी नहीं लगाने के बाद से प्रार्थी शिक्षक से रकम वापसी करने की गुहार लगाता रहा।
इस दौरान आरोपी ने सिर्फ पौने दो लाख रुपए वापस किए। आज पर्यन्त आरोपी शिक्षक से प्रार्थी को 18 लाख 10 हजार रुपए लेना है। पुत्र और भांजों को नौकरी लगाने के लिए प्रार्थी ने पत्नी के गहने और खेत की बिक्री कर रकम जुटाया। उक्त रकम को लेकर भी आरोपी शिक्षक ने नौकरी नहीं लगाया। आखिरकार प्रार्थी ने धोखाधड़ी होने की शिकायत पुलिस से की है। आरोपी शिक्षक वर्तमान में छुरिया क्षेत्र के हालेकोसा हाईस्कूल में पदस्थ हैं।