बिपत सारथी@पेंड्रा. जिले की सड़कों पर शराब के नशे में एक शिक्षक को अपनी कार लापरवाही पूर्वक चलाना उस समय भारी पड़ गया। जब आसपास के लोगों की शिकायत पर यातायात पुलिस की पेट्रोलिंग टीम ने शिक्षक को रोकर काफी बहस के बाद यातायात थाने ले आई और उसका डॉक्टरी मुलाहिजा के बाद कार्यवाही करने की बात कही है, तो इस दौरान नशे में शिक्षक ने प्रदेश के मुखिया को भी आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल करता रहा। वही मामले में शिक्षा विभाग के अधिकारी कार्यवाही की बात कह रहे हैं।
मामला पेंड्रा क्षेत्र का है। जहां एक चालक कार को तेज और लापरवाही पूर्वक सड़कों में चलाते हुए विद्यानगर इलाके में पहुंची। जिसका पीछा करते हुए यातायात पुलिस की पेट्रोलिंग गाड़ी मौके पर पहुंची औऱ कार को विद्यानगर इलाके में रोक लिया। कार चालक की पहचान पेंड्रा ब्लॉक के गिरारी गांव के शासकीय स्कूल में पदस्थ अनुज कुमार अग्नहोत्री के रूप में हुई।
वही नशे में धुत्त शिक्षक यातायात पुलिस के जवानों से काफी समय तक बहस करता रहा जिसके बाद पुलिसकर्मी कार चालक को पकड़कर पुलिस गाड़ी से यातायात थाने लेकर आई और अनुज कुमार अग्निहोत्री का डॉक्टरी मुलाहिजा कराया जहा पर डॉक्टरों ने शिक्षक को नशे में पाया है। वही यातायात पुलिस मामले में दोषी कार चालक शिक्षक की कार को जप्त करते हुए लापरवाही पूर्वक कार को भीड़भाड़ इलाके में चलाने और लोगो की जान जोखिम में डालने का मामला बनाए जाने की बात कही है।
वही शिक्षक इस दौरान काफी शराब पी हुआ था। जिसके कारण गाड़ी से उतर भी नहीं पा रहा था। साथ ही कैमरा के सामने भी अपना आपा खो दिया औऱ नेतागिरी बंद करो कहते हुए सरकार को कोसने लगा और कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से कहो कि दारू बेचना बंद करें 4 साल हो गया प्रोपेगेंडा करते हुए ना कोई कर्मचारी शराब पिएगा ना कोई शिक्षक।
मामले में विकास खंड शिक्षा अधिकारी से बात की गई तो उन्होंने कहा कि यदि कार्यालयीन समय पर कोई शिक्षक शराब के नशे में इस तरह की हरकत करता है तो उस पर निश्चय ही विधि सम्मत कार्यवाही की जाएगी साथ ही मुख्यमंत्री पर की गई टिप्पणी पर भी विकास खंड शिक्षा अधिकारी ने कहा कि कर्मचारी शासन प्रशासन के अंग हैं ऐसे में इस तरह की टिप्पणी करना गलत है निश्चय ही विधि सम्मत कार्यवाही की जाएगी..