चूड़ामणि उपाध्याय@सक्ती। जिले के तहसील मालखरौदा क्षेत्र में इन दिनों पानी का संकट गहराता जा रहा है पानी की किल्लत के कारण किसानों के खेतोँ में लगे रबी फसल सुख रहे हैं, तो फिर किसानों की आय दोगुनी कैसे होगी। किसान कर्ज लेकर खेती किसानी किए थे। जिस कारण किसान अब खेतोँ में लगे धान के फसलों को मवेशियों को हवाले कर रहे हैं।
बता दें कि फरवरी मार्च के महीने में ही नदी तालाब पोखरी डबरी सुख चुके हैं किसानों द्वारा खेतों में लगाए गए बोरवेल के हलक सुख चुके हैं। अब किसानों को उम्मीद था कि 1 मार्च तक नहरों में पानी आ जाएगा लेकिन किसानों की उम्मीद में पानी फेर गया
जबकि मालखरोदा तहसील क्षेत्र में के गांव में भूमिगत जल स्तर बहुत ही नीचे चला गया है जिस कारण हैंड पंप बोरवेल में पानी नहीं आ रहा है
क्योंकि अब तक नहरों में पानी नहीं छोड़ा गया है। जिसके कारण किसानों के खेतों में लगे फसल सूख रहे है मालखरौदा के एक किसान ने अपनी 4 एकड़ जमीन के लगी फसल को मवेशियों के हवाले कर दिया और कहा कि जल्द से जल्द नहरों में पानी उपलब्ध नहीं कराई गई, तो पूरे क्षेत्र के किसानों की फसल पूरी तरह बर्बाद हो जाएगी। जिसके लिए किसानो ने जल संसाधन विभाग एवं प्रशासन से मांग किया है