रायपुर : रायपुर पुलिस ने एंटी क्राइम एंड साइबर यूनिट और थाना टिकरापारा पुलिस की संयुक्त कार्यवाही में एक बड़ा सफलता प्राप्त की है। आरोपी बृजेश ओझा को गिरफ्तार किया गया है, जिसने शारीरिक संबंध का भेद खुलने के भय से एक अंधे कत्ल की घटना को अंजाम दिया था। आरोपी ने 13 जनवरी 2025 को कमल विहार के पास एक 17-20 साल की लड़की की हत्या कर शव को सुनसान जगह पर फेंक दिया था।
घटना के बाद पुलिस ने मामले की गहन जांच शुरू की और सीसीटीवी फुटेज की मदद से आरोपी की पहचान की। आरोपी का नाम बृजेश ओझा है, जो रायपुर के एक किराए के मकान में रहता था और किराए पर वाहन चलाने का काम करता था। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज की सहायता से आरोपी को ट्रैक किया और उसे कुम्हारी टोल प्लाजा से गिरफ्तार किया।
ये घटना 14 जनवरी 2025 को घटी, जब एक अज्ञात लड़की का शव कमल विहार के पास पाया गया। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर मर्ग कायम किया और शुरुआती जांच में पाया कि लड़की की गला दबाकर हत्या की गई थी। पुलिस ने मृतिका की पहचान करने के लिए कड़ी मेहनत की और पता चला कि वह कोटा क्षेत्र की रहने वाली थी।
मृतिका को 13 जनवरी को रेलवे स्टेशन के पास देखा गया था, जहाँ वह एक ई-रिक्शा में बैठकर यात्रा कर रही थी। बाद में पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज की मदद से उसके सफेद रंग के स्विफ्ट डिजायर वाहन में बैठने की जानकारी प्राप्त की। पुलिस ने वाहन के मालिक और चालक की पहचान की और जांच के दौरान पाया कि वह बृजेश ओझा था, जिसने घटना को अंजाम दिया था।
आरोपी बृजेश ओझा से पूछताछ के दौरान उसने अपना अपराध स्वीकार किया। उसने बताया कि मृतिका के साथ उसका पहले से संबंध था और वह उसकी पत्नी को इस बारे में जानकारी देने का डर रखता था। डर के कारण उसने मृतिका के साथ शारीरिक संबंध बनाए और फिर उसकी हत्या कर दी। साक्ष्य छिपाने के उद्देश्य से शव को चारपहिया वाहन में भरकर कमल विहार के सुनसान इलाके में फेंक दिया। पुलिस ने आरोपी बृजेश ओझा को गिरफ्तार किया और उसके कब्जे से घटना में प्रयुक्त चारपहिया वाहन, दोपहिया वाहन और मोबाइल फोन बरामद किया। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ हत्या, साक्ष्य छिपाने और शारीरिक संबंध बनाने के मामले में कार्रवाई शुरू कर दी है।
रायपुर पुलिस ने इस मामले की गंभीरता को देखते हुए एक विशेष टीम का गठन किया था, जिसमें 10 टीमें शामिल थीं। इन टीमों ने शहर के विभिन्न हिस्सों में सीसीटीवी फुटेज की जांच की और घटनास्थल से लेकर रेलवे स्टेशन और आसपास के इलाकों में सभी वाहनों की गतिविधियों को ट्रैक किया। पुलिस द्वारा किए गए इन प्रयासों के परिणामस्वरूप आरोपी की पहचान कर उसे गिरफ्तार किया गया।