Get all latest Chhattisgarh Hindi News in one Place. अगर आप छत्तीसगढ़ के सभी न्यूज़ को एक ही जगह पर पढ़ना चाहते है तो www.timesofchhattisgarh.com की वेबसाइट खोलिए.

समाचार लोड हो रहा है, कृपया प्रतीक्षा करें...
Disclaimer : timesofchhattisgarh.com का इस लेख के प्रकाशक के साथ ना कोई संबंध है और ना ही कोई समर्थन.
हमारे वेबसाइट पोर्टल की सामग्री केवल सूचना के उद्देश्यों के लिए है और किसी भी जानकारी की सटीकता, पर्याप्तता या पूर्णता की गारंटी नहीं देता है। किसी भी त्रुटि या चूक के लिए या किसी भी टिप्पणी, प्रतिक्रिया और विज्ञापनों के लिए जिम्मेदार नहीं हैं।
पैरों की झनझनाहट को अनदेखा न करें, इन गंभीर बीमारियों का हो सकता है संकेत

पैरों में झुनझुनी होना काफी आम होता है, जिसका अनुभव हम सभी ने कभी न कभी तो किया है। इसमें ऐसा लगता है, जैसे पैरों पर छोटी-छोटी चीटियां चल रही हैं। यह काफी असहज होता है, जो अगर बार-बार होने लगे, तो चिंता का कारण भी बन सकता है। हालांकि, ज्यादातर मामलों में, पैरों में झुनझुनी का कारण (Tingling Feet Reasons) कोई गंभीर बीमारी नहीं होती है। इस आर्टिकल में हम पैरों में झुनझुनी होने के कुछ सामान्य कारणों के बारे में जानने की कोशिश करेंगे।

पैर में झुनझुनी (Tingling In Feet) होने के कारण

न्यूरोपैथी
न्यूरोपैथी एक ऐसी समस्या है, जिसमें नर्व डैमेज होने लगता हैं। यह अलग-अलग कारणों से हो सकता है, जैसे-

  • डायबिटीज- डायबिटीड ब्लड शुगर लेवल को ठीक से नियंत्रित न कर पाने की वजह से होता है। हाई ब्लड शुगर के स्तर से नर्व्स को नुकसान हो सकता है, जिससे पैरों में झुनझुनी महसूस हो सकती है।
  • विटामिन की कमी- विटामिन बी-12 की कमी से नर्व्स को नुकसान होता है। यह विटामिन आपके नर्वस सिस्टम के स्वास्थ्य के लिए जरूरी है।
  • शराब पीना- ज्यादा शराब पीने से नर्व्स डैमेज हो सकती हैं।
  • ऑटोइम्यून डिजीज- ऑटोइम्यून डिजीज में, आपका शरीर अपने ही सेल्स पर हमला करता है, जिसमें नर्व्स भी शामिल हो सकती हैं।

ब्लड सर्कुलेशन की कमी
जब ब्लड आपके पैरों में सही मात्रा में प्रवाहित नहीं होता है, तो यह झुनझुनी का कारण बन सकता है। यह कई कारणों से हो सकता है, जैसे-

  • धूम्रपान- धूम्रपान आर्टरीज को संकरा बना सकता है, जिससे ब्लड सर्कुलेशन कम हो जाता है।
  • मोटापा- ज्यादा वजन होने से आर्टरीज पर दबाव बढ़ सकता है, जिससे ब्लड सर्कुलेशन कम हो जाता है।
  • परिधीय धमनी रोग (PAD)- PAD एक स्थिति है जिसमें आर्टरीज धीरे-धीरे सख्त और संकरी हो जाती हैं, जिससे ब्लड सर्कुलेशन कम हो जाता है।

पोजिशनल क्रैम्प्स
जब आप लंबे समय तक एक ही स्थिति में बैठे या खड़े रहते हैं, तो आपके पैरों में मांसपेशियों में ऐंठन हो सकती है, जिससे झुनझुनी महसूस हो सकती है। यह स्थिति आमतौर पर अस्थायी होती है और आराम करने से ठीक हो जाती है।

गर्भावस्था
गर्भावस्था के दौरान हार्मोनल बदलाव और भ्रूण का विकास पैरों के ब्लड सर्कुलेशन को प्रभावित कर सकता है, जिससे झुनझुनी महसूस हो सकती है। यह स्थिति आमतौर पर गर्भावस्था के बाद ठीक हो जाती है।

दवाएं
कुछ दवाएं, जैसे कि ब्लड प्रेशर की दवाएं या एंटीडिप्रेसेंट्स, पैरों में झुनझुनी का कारण बन सकती हैं। यदि आप कोई दवा ले रहे हैं और पैरों में झुनझुनी महसूस कर रहे हैं, तो अपने डॉक्टर से बात करें।

यदि आपको पैरों में झुनझुनी का अनुभव हो रहा है और यह लंबे समय तक जारी रहता है, तो अपने डॉक्टर से सलाह लेना जरूरी है।

झुनझुनी कम करने के तरीके
पैरों में झुनझुनी को कम करने के लिए कुछ घरेलू उपाय भी अपनाए जा सकते हैं, जैसे कि-

  • नियमित रूप से व्यायाम करना
  • हेल्दी डाइट खाना
  • स्ट्रेस मैनेजमेंट तकनीकें अपनाना
  • पैरों को ऊंचा रखना
  • थोड़ी देर वॉक करना
  • विटामिन बी-12 से भरपूर फूड्स खाएं

The post पैरों की झनझनाहट को अनदेखा न करें, इन गंभीर बीमारियों का हो सकता है संकेत appeared first on CG News | Chhattisgarh News.

https://cgnews.in/archives/107377