दुर्ग। बिल्डिंग मटेरियल हटाने की बात को लेकर दो गुटों के बीच विवाद इतना बढ़ा की मामला चाकूबाजी तक पहुंच गया। इस हमले में आंगनबाड़ी सहायिका और उसका बेटा घायल हो गया। जिन्हे इलाज के लिए जिला चिकित्सालय में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है। वही पुलिस ने साधारण मामला बताकर उसे टालने की कोशिश की। पीड़ित पक्ष ने मोहन नगर पुलिस की कार्रवाई पर सवाल खड़ा किया है। वह उच्च अधिकारियों से न्याय की गुहार लगाने की बात कही।
जानकारी के मुताबिक नानक दास मानिकपुरी (26 साल) ने बताया कि उसकी मां नीलिमा मानिकपुर कैलाश नगर दुर्ग में आंगनबाड़ी सहायिका है। आदित्य नगर पानी टंकी के पास वार्ड 20 में उसका घर बन रहा है। इसके चलते उन्होंने गिट्टी को सड़क किनारे गिरवाया था। इसकी शिकायत उनके पड़ोसी करण सिंह (30 साल) दुर्ग निगम में की थी।
बिल्डिंग मटेरियल उठाने को पहुंची थी पुलिस
निगम की टीम बुधवार को बिल्डिंग मटेरियल को उठाने पहुंची थी। नीलिमा ने निगम कर्मियों को गिट्टी न उठाने की बात कही तो उसका पड़ोसी करण आकर झगड़ा करने लगा और गाली गलौच करने लगा। मां को गाली देता सुनकर नानक भी वहां पहुंचा और विरोध किया। इतनी देर में करण के दो और भाई कृष्णा और एक अन्य वहां आ गए। तीनों ने मिलकर मां बेटे को मारना शुरू कर दिया। झगड़ा अधिक बड़ा तो कृष्णा ने अपने पास से चाकू निकाल लिया। उसने नीलिमा और नानक के ऊपर चाकू से कई वार किए। जब दोनों लहूलुहान हो गए तो वो लोग वहां से भाग गए।
दिन दहाड़े चाकूबाजी की घटना को बताया साधारण
मोहन नगर थाने में दिन दहाड़े चाकूबाजी की घटना हो गई और मोहन नगर थाना प्रभारी केके वाजपेयी इसे साधारण मामला बता रहे हैं। पुलिस नॉर्मल धाराओं के तहत मामला दर्ज कर आरोपियों को मुचलके पर छोड़ दी है।