नितेश खोब्रागढ़े@राजनांदगांव। नगर निगम की महापौर हेमा देशमुख ने अपने कार्यकाल का पांचवा और अंतिम बजट आज पेश किया। वर्ष 2024-25 के मद्देनजर महापौर ने 28 लाख 50 हजार रुपए घाटे का बजट पेश किया है। नगर निगम सभागृह में आयोजित इस बजट बैठक की शुरुआत हंगामेदार रही। राजनांदगांव नगर निगम में बजट बैठक थी। वर्ष 2024-25 के लिए महापौर हेमा देशमुख ने बजट पेश किया जिसमें वर्ष 2024-25 के बजट प्रावधान में प्रस्तावित आए 320 करोड़ 16 लाख 52 हजार रुपए, तथा व्यय 376 करोड़ 54 लाख 2 हजार है। महापौर ने वर्ष 2024-25 का अनुमानित प्रारंभिक अवशेष राशि 56 करोड़ 9 लख रुपए की संभावना जताई है और 28 लाख 50 हजार रूपये घाटे का बजट पेश किया है।
इस दौरान महापौर ने कहा कि लगातार हम शहर विकास के लिए बजट में प्रस्ताव लाते हैं। यह जरूरी नहीं कि हम इसे 100% पूरी कर सकें, कभी यह 80% पूरा होता है तो कभी 70% पर काम होता है। उन्होंने कहा की नई सरकार ने हमारी काफी राशि वापस ले ली है, पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने जो शहर सौंदर्यीकरण के लिए 4 करोड़ रुपए दिए थे, उसे भी वापस ले लिया गया है। महापौर ने कहा कि दलगत राजनीति से ऊपर उठकर यह राशि शहर विकास के लिए वापस की जानी चाहिए। वहीं उन्होंने बजट अभिभाषण के दौरान विपक्ष के द्वारा हंगामा किए जाने को लेकर कहा कि बजट अभिभाषण के दौरान हंगामा करना स्तरहीन है। वहीं नगर निगम के नेता प्रतिपक्ष किशुन यदु ने कहा कि नगर निगम में आए के साधन बढ़ने की ओर ध्यान नहीं दिया गया , इसकी वजह से महापौर को घाटे का बजट पेश करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि महापौर अपने 4 वर्षों का बजट धरातल पर नहीं उतर पाई । महापौर को शहर विकास की चिंता नहीं है। महापौर हेमा देशमुख ने अपने कार्यकाल का पांचवा और अंतिम बजट पेश करते हुए ट्रैफिक सिग्नल एवं शेड निर्माण, फ्लाईओवर के नीचे चौपाटी एवं बास्केटबॉल और बैडमिंटन कोर्ट निर्माण। यातायात , सड़क, विद्युत व्यवस्था, मुक्तिधाम उन्नयन कार्य , शहर के डिवाइडरों में पेंटिंग सहित मूलभूत कार्यों को अपने बजट में शामिल किया है।