रायपुर। प्रवेश तथा फीस विनियामक समिति की बैठक में छात्रहित को ध्यान में रखते हुए दो निजी मेडिकल कॉलेजों के एमडी, एमएस(पीजी) के कुछ पाठ्यक्रमों सहित कुछ निजी कॉलेजों, जिनमें फीस का निर्धारण नहीं हुआ था, के बीफार्मेसी, डीफार्मेसी, एमफार्मेसी, एमई/एमटेक, एमसीए एवं पीएचडी (इंजीनियरिंग) पाठ्यक्रमों के लिए अंतरिम फीस निर्धारित की गई। फीस में कोई बढ़ोत्तरी अभी नहीं की गई है।
प्रभात कुमार शास्त्री की अध्यक्षता में आयोजित समिति की बैठक में शिक्षण संस्थाओं से यह भी कहा गया है कि छात्रों से निर्धारित फीस के अतिरिक्त कोई भी अतिरिक्त शुल्क न लिया जाए।
समिति के अध्यक्ष प्रभात कुमार शास्त्री ने जानकारी में बताया कि प्रदेश के 2 निजी मेडिकल कॉलेजों द्वारा जिनकी एमडी, एमएस(पीजी) के कुछ कोर्सों की फीस का निर्धारण उनके द्वारा आवेदन प्रस्तुत नहीं करने के कारण नहीं हुआ था। उन कोर्साें में प्रवेश पर रोक लगाने की कार्यवाही की गयी थी, जिसके परिप्रेक्ष्य में संबंधित शिक्षण संस्थाओं से आवेदन प्रस्तुत किया गया, लेकिन अभी भी सम्पूर्ण जानकारी जो समिति को चाहिए, प्रस्तुत नहीं की गई है।
छात्रहित को ध्यान में रखते हुए एमडी, एमएस (पीजी) के शेष कोर्स की फीस अंतरिम रूप से निर्धारित करने का संकल्प बैठक में पारित किया। साथ ही बैठक में बीफार्मेसी, डीफार्मेसी, एमफार्मेसी, एमई/एमटेक, एमसीए एवं पीएचडी (इंजीनियरिंग) के भी जिन कॉलेजों के आवेदन पूर्व में प्राप्त नहीं हुए थे, उनके भी आवेदनों पर अभी पूर्ववत निर्धारित अनुसार अंतरिम फीस ही निर्धारित की गई है। फीस में कोई बढ़ोत्तरी अभी नहीं की गई है।
अतिरिक्त शुल्क लिया तो होगी कार्रवाई
शिक्षण संस्थाओं को यह भी सूचित किया गया है कि छात्रों से कोई भी अतिरिक्त शुल्क न लें। यदि लेंगे तो इस पर विधि सम्मत कार्यवाही की जाएगी। पूर्व में भी यदि किसी निजी शिक्षण संस्थाओं ने इसके प्रतिकूल कार्य किया है तो उन संस्थाओं पर भी शिकायत प्राप्त होने पर कार्यवाही की जाएगी। आज आयोजित प्रवेश तथा विनियामक समिति की बैठक में विभिन्न पाठ्यक्रमों के लिए निम्नानुसार अधिकतम एवं न्यूनतम फीस का निर्धारण किया गया है-