टीआरपी डेस्क। जेडीयू के पूर्व अध्यक्ष शरद यादव का गुरुवार देर रात 75 साल की उम्र में निधन हो गया। शरद यादव की बेटी ने सोशल मीडिया पोस्ट कर इसकी जानकारी दी है। शरद यादव की बेटी शुभाषिनी यादव ने ट्वीट में लिखा, ‘पापा नहीं रहे।’ सूत्रों के मुताबिक अपने अंतिम समय में वे बीमार चल रहे थे और उनका इलाज गुरुग्राम के फोर्टिस अस्पताल में चल रहा था। शरद यादव के निधन से पूरे राजनीतिक जगत में शोक की लहर दौड़ गई है।
शरद यादव का जन्म 1 जुलाई 1947 को मध्यप्रदेश के होशंगाबाद के बंदाई गांव के एक किसान परिवार में हुआ था। छात्र राजनीति से लेकर राष्ट्रीय राजनीति में पहचान बनाने वाले शरद यादव ने बिहार की राजनीति में भी बड़ा मुकाम हासिल किया था। शरद यादव ने मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश और फिर बिहार में अपना राजनीतिक परचम लहराया था। नीतीश कुमार से हुए विवाद के बाद उन्होंने जदयू का साथ छोड़ दिया था। वो बिहार की मधेपुरा सीट से कई बार सांसद रह चुके थे।
शरद यादव ने सक्रिय राजनीति में साल 1974 में कदम रखा था तब वे वे पहली बार जबलपुर लोकसभा सीट से सांसद बने। वे कुल सात बार यूपी एमपी और बिहार से चुनकर लोकसभा पहुंचे थे। वे कई सरकारों में केंद्रीय मंत्री भी रहे। शरद यादव ने लोकतांत्रिक जनता दल का गठन किया था। मार्च 2020 में उन्होंने लालू यादव के संगठन राजद में विलय कर लिया।
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