जिले में लगातार हो रही बारिश के कारण राम घाट के पास स्थित कई मंदिर जलमग्न हो गए। पिछले दो दिनों से हो रही झमाझम बारिश के बाद शिप्रा नदी उफान पर है। जिला प्रशासन अलर्ट मोड पर है और लोगों की सुरक्षा के लिए जरूरी इंतजाम किए जा रहे हैं। प्रशासन ने निवासियों से जलजमाव वाले स्थानों पर जाने से बचने का आग्रह किया है।
शिप्रा तैराक दल के सचिव संतोष सोलंकी ने समाचार एजेंसी ANI को बताया कि रामघाट के पास के सभी मंदिर पानी में डूबे हुए हैं। प्रशासन ने हादसों से बचने के लिए घाट के गेट पर बैरिकेड्स लगाकर दर्शनार्थियों की आवाजाही रोक दी है। केवल उन्हीं भक्तों को यहां स्नान करने की अनुमति है जो पिंडदान (दिवंगत आत्माओं को श्रद्धांजलि अर्पित करने की रस्म) करने आते हैं। घाट का किनारा पूरी तरह जलमग्न हो गया है।
अनिरुद्ध मिश्रा ने कहा कि लोग सुरक्षित स्थानों पर हैं और अभी तक कोई हताहत नहीं हुआ है। वे यह सुनिश्चित करने का प्रयास करेंगे कि आगे भी कोई दिक्कत न हो। उन्होंने बताया कि बड़े पुल पर करीब तीन से चार फीट पानी जमा हो गया है।