ताइवान के प्रधानमंत्री सुत्सेंग-चांग ने शुक्रवार को कहा कि बार-बार चेतावनी के बावजूद ताइवान क्षेत्र में ड्रोन उड़ाना सही नहीं है, चीन को संयम बरतना चाहिए। ताइवान के नियंत्रण वाले द्वीप के नज़दीक एक चीनी ड्रोन के प्रवेश करने पर ताइवान ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। ताइवान की सेना ने पहली बार किसी अज्ञात ड्रोन को मार गिराया, जो गुरुवार को ताइवान हवाई क्षेत्र में प्रवेश कर गया था।
ताइवान सरकार ने इस तरह की घुसपैठ से निपटने के लिए कड़े कदम उठाने की कसम खाई है। वहीं भविष्य में इस तरह की घुसपैठ को रोकने के लिए कड़े कदम उठाने के लिए आश्वस्त किया। ताइवान ने यह कदम तब उठाया है, जब वह बार-बार चीन से आने वाले ड्रोन की शिकायत कर चुका है। ताइवान सीमा के आस-पास चीन द्वारा सैन्य अभ्यास किए जाने के बाद कई बार ड्रोन गतिविधि हो चुका है।
पत्रकारों से बात करते हुए, ताइवान के प्रधानमंत्री ने कहा कि ताइवान ने बार-बार चेतावनी जारी की थी और उन्हें हमारे सीमा पर अतिक्रमण नहीं करने के लिए कहा था। उन्होंने कहा, ‘चीन ने बार-बार हमारी चेतावनियों को नजरअंदाज किया और हमारे पास आत्मरक्षा और ड्रोन को गिराने के अलावा कोई विकल्प नहीं था। बार-बार संयम और चेतावनी के बाद यह सबसे उपयुक्त प्रतिक्रिया है।’ उन्होंने कहा कि चीन को संयम बरतना चाहिए। हम कभी उत्तेजित नहीं होंगे और हम अपनी भूमि और अपने लोगों की रक्षा के लिए कदम उठाएंगे।
ताइवान के मीडिया ने चीन के ताइवान मामलों के कार्यालय का हवाला देते हुए कहा कि दोनों पक्षों के बीच टकराव को बढ़ावा देने का ताइवान का प्रयास बेहद हास्यास्पद है। ताइवान की सेना के अनुसार, ड्रोन को छोटे लायन आइलेट के पास प्रतिबंधित हवाई क्षेत्र में प्रवेश करने के बाद मार गिराया गया और समुद्र में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। अमेरिकी हाउस स्पीकर नैन्सी पेलोसी की ताइवान यात्रा के बाद से चीनी सेना पिछले महीने की शुरुआत से ताइवान के पास सैन्य अभ्यास कर रही है।