अनिल गुप्ता@दुर्ग। दुर्ग पुलिस ने इलेक्ट्रिसिटी बिल के नाम पर होने वाले नये फ्रॉड का खुलासा किया है। इस गिरोह को पुलिस ने झारखंड के जामताड़ा से तब पकड़ा है। जब दुर्ग पुलिस को प्राथी से बात की शिकायत मिली थी, की एक फर्जी ऐप के माध्यम से उसके साथ ठगी की गई है। गिरोह से जुड़ा एक आरोपी को गिरफ्तार किया गया है। वही तीन अन्य की पुलिस द्वारा पतासाजी की जा रही हैं।
दुर्ग पुलिस कि गिरफ्त में आया वही आरोपी है जो कि अपने साथियों के साथ मिलकर बिजली बिल के नाम पर धोखाधड़ी का नया जाल बिछा रहे थे। यह शातिर गिरोह इससे पहले और लोगों को अपना टारगेट बनाते, उससे पहले इस गिरोह का खुलासा दुर्ग पुलिस द्वारा कर दिया गया है।
क्विक सपोर्ट एप को डाउनलोड करने को कहा गया
दुर्ग एसपी अभिषेक पल्लव ने इस फ्रॉड के मामले का खुलासा करते हुये बताया, है कि भिलाई के स्मृतिनगर इलाके के एक प्राथी ने पुलिस से शिकायत की थी, कि उसके द्वारा बकाया बिजली बिल की राशि जमा नही करने पर कनेक्शन काट दिए जाने की सूचना लगातार व्हाट्सएप के माध्यम से मिल रही थी। अनजान मोबाइल नंबर से पहले उसे क्विक सपोर्ट एप को डाउनलोड करने को कहा गया। इसके बाद उसके बैंक खाते से 1 लाख 48 हजार रुपयों कट गये।
सायबर टीम ने गिरोह का किया पर्दाफाश
पीड़ित व्यक्ति की शिकायत पर जब जिले की सायबर टीम ने मामले की तफ्तीश शुरू की। तब इस गिरोह का पर्दाफाश हो सका है। पुलिस ने इस मामले में से जुड़े मुकेश मंडल को झारखंड के जामताड़ा इलाके से ट्रांजिट रिमांड पर दुर्ग लाया है। वही गिरोह से जुड़े अजय मंडल , अक्षय मंडल और रंजीत मंडल की तलाश पुलिस द्वारा की जा रही है।
यह गिरोह करता है नए सिम कार्ड का उपयोग
दुर्ग एसपी अभिषेक पल्लव ने यह भी बताया है, कि हर टारगेट के यह गिरोह नये सिमकार्ड का उपयोग करता था। और अब तक करीब 6 सौ से ज्यादा लोगो को अपना निशाना बना चुके हैं।