बिलासपुर. छत्तीसगढ़ में एक बार फिर सांप्रदायिक टकराव के हालात बन रहा है. इस बार रतनपुर क्षेत्र में पुलिस की द्वेषपूर्वक कार्रवाई के कारण लोगों में नाराजगी देखने को मिल रही है. नाराज लोगों ने शनिवार शाम को रतनपुर थाने का घेराव कर दिया. रविवार को रतनपुर बंद का आह्वान किया गया है.
इस पूरे विवाद की कहानी करीब ढाई महीने पहले शुरू होती है, जब एक युवती को आफताब मोहम्मद (19 वर्ष) नाम का युवक अपने प्रेम जाल में फंसाता है. उससे खुंटाघाट में दुष्कर्म करता है, फिर मारपीट कर उसे बदहवास हालत में छोड़कर भाग जाता है. पुलिस इस मामले में आफताब को गिरफ्तार कर जेल भेज देती है. इससे पहले पीड़ित युवती और उसकी विधवा मां को पहले पैसे का लालच देकर समझौते का दबाव बनाया जाता है, फिर डराया धमकाया जाता है.
जब दोनों अपनी बात पर कायम रहते हैं तो पीड़ित की मां जो एक आंगनबाड़ी कार्यकर्ता है, को पूछताछ के नाम पर थाने बुलाया जाता है और आनन फानन में गिरफ्तार कर सीजेएम कोर्ट में पेश किया जाता है, जहां से उसे जेल भेज दिया जाता है. महिला पर दस साल के बालक का यौन शोषण करने का आरोप लगाया जाता है. यह बालक आफताब का रिश्तेदार है. यहीं से पुलिस की भूमिका कठघरे में आती है.
थानेदार और वरिष्ठ अधिकारी कार्रवाई को सही ठहराते हैं, लेकिन चकरभाठा थाने से लेकर ऐसे कई केस हाल फिलहाल में हुए हैं, जहां पुलिस ने आनन फानन में गिरफ्तारी के बजाय काउंसिलिंग का तरीका अपनाया. इस मामले में अति सक्रियता के कारण विवाद बढ़ गया है और एक बार फिर सांप्रदायिक तनाव की स्थिति बन गई है.
विश्व हिंदू परिषद और ब्राह्मण समाज ने दी शिकायत
इस मामले में पीड़ित युवती ने पुलिस की भूमिका पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं. वहीं, विश्व हिंदू परिषद बजरंग दल और ब्राह्मण समाज ने भी एसपी को ज्ञापन सौंपकर कार्रवाई की मांग की है. देर शाम तक बड़ी संख्या में लोगों ने थाने का घेराव कर दिया और कार्रवाई के विरोध में हैं.