बीजापुर। छत्तीसगढ़ के सुकमा-बीजापुर जिले के सीमावर्ती क्षेत्र टेकलगुड़ेम गांव में सीआरपीएफ कैंप पर नक्सलियों ने बड़ा हमला कर दिया. इस हमले में 3 जवान शहीद हो गए, जबकि 14 जवान घायल हैं, जिन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है. उधर, हमले की सूचना मिलने पर फोर्स मौके पर पहुंच गई है और इलाके की घेराबंदी करते हुए हमलावरों की तलाश शुरू कर दी है. गंभीर रुप से घायल 8 जवानों को इलाज के लिए रायपुर एयरलिफ्ट किया गया है. यहां के निजी अस्पताल में उनका इलाज जारी है. इस दौरान घायल जवानों से मिलने के लिए सीएम विष्णुदेव साय और डिप्टी सीएम विजय शर्मा अस्पताल पहुंचे।
मुख्यमंत्री साय ने टेकलगुड़ेम मुठभेड़ में 3 जवानों की शहादत को किया नमन
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने सुकमा जिले के जगरगुंडा थाने के टेकलगुड़ेम में नक्सलियों और सुरक्षा बल के जवानों के बीच हुए मुठभेड़ में 3 जवानों की शहादत को नमन किया है। मुख्यमंत्री ने शहीद जवानों के परिवारजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की है। मुख्यमंत्री ने इस घटना में घायल जवानों के बेहतर इलाज के निर्देश अधिकारियों को दिये हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि आम जनता तक बुनियादी सुविधाएं पहुंचाने के लिए शासन द्वारा सुरक्षा व्यवस्था मजबूत करने नये कैंप बनाये जा रहे हैं। उन्होंने कहा है कि नक्सली जिन इलाकों को अब तक अपना समझ रहे थे, उन इलाकों में माओवादी आतंकवाद के विरूद्ध सुरक्षाबलों की दखल और बढ़ते प्रभाव से नक्सली बौखला गए हैं और कायराना हरकत कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि हम हर स्थिति में अपने जवानों के साथ मजबूती से खड़े हैं। माओवादी आतंकवाद के खिलाफ अपनी लड़ाई दृढ़ता से जारी रखेंगे। उन्होंने कहा कि पूरा प्रदेश शहीद जवानों के परिवारजनों के साथ है।
आज ही स्थापित किया गया सुरक्षा कैंप स्थापित
सुकमा के थाना जगरगुण्डा इलाके में नक्सल गतिविधियों पर नकेल कसने और इलाके के लोगों को सहायता देने के लिए आज 30 जनवरी को ही सुरक्षा कैंप स्थापित किया गया था. कैंप के बाद सीआरपीएफ के कोबरा जवान जोनागुड़ा-अलीगुड़ा क्षेत्र में सर्च ऑपरेशन चला रहे थे. इसी दौरान जवानों के ऊपर माओवादी द्वारा फायरिंग की गई.