अनिल गुप्ता@दुर्ग। भारत और रूस की मित्रता की मिशाल कहे जाने वाले मैत्री बाग में फ्लावर शो का आयोजन आज किया गया । रंग बिरंगे फूलों को देखने के लिए हजारों की संख्या में प्रकृति प्रेमी फ़्लावर शो में पहुंचे। और घंटो समय देकर पुष्प प्रदर्शनी का आनंद लिया।
कैंडल गार्डन में फूलों व फलों और सब्जियों की अलग-अलग प्रजातियों की प्रदर्शनी को देखने हजारों की संख्या में लोग एक बार फिर से उमड़ पड़े। प्रदर्शनी में लगभग 45 से अधिक किस्म के फल व फूलों की प्रजातियों को शामिल किया गया।इसके साथ ही रंगोली प्रतियोगिता का भी आयोजन मैत्री बाग प्रबंधन द्वारा किया गया।
भिलाई इस्पात संयंत्र का उद्यानिकी विभाग हर वर्ष फरवरी माह में पुष्प प्रदर्शनी का आयोजन करता है। प्रकृति को समझने और विभिन्न किस्म के फूलो, उनके रंग, और खुशबू को लोग भली भांति समझ सके । इस उद्देश्य को लेकर 50 वे वर्ष के इस आयोजन में करीब 45 वर्गो में प्रतियोगिता आयोजित की गई। जिसमे रंगोली बोनसाई, केक्ट्स, कट फ्लावर, वेजिटेबल, जैसे वर्ग प्रमुख रूप से शामिल रहे। मैत्री बाग के प्रभारी डॉ नवीन जैन ने बताया कि आयोजन का मुख्य उद्देश्य पर्यावरण और प्रकृति के प्रति लोगो को जागरूक करना है।
फोलियेज और मौसमी फूलो के पौधों जैसे सेवंती,डहेलिया, गुलाब व अन्य फूलों को रखा गया था । इसके अलावा रंगोली प्रतियोगिता भी आयोजित की गई। इसके लिए छात्राओं एवं महिलाओं ने पूर्व से पंजीयन कराया था । बीएसपी कर्मियों के घरों के बगीचे में लगी विशेष सब्जियों और फलों की भी प्रदर्शन लगाई गई । फ़्लावर शो में प्रदेश के साथ साथ अन्य प्रदेशों से भी लोग इस फ़्लावर शो को देखने शामिल हुऐ। पुष्प प्रदर्शनी देखने आए हुऐ लोगो का कहना था, की यहाँ फूलो की कई ऐसी प्रजातियां सजाई गई।है,जिसे पहली बार उनकी आंखों ने देखा है।
इस बार मैत्री बाग जू प्रबंधन ने मुख्य आकर्षण का केंद्र सिंघम और रोमा स्टेचू को बनाया था। जहा लोग स्व स्फूर्त पंहुचकर तस्वीर खींचने में लगे रहे। सिंघम शावक का जन्म जू में हाल ही मे हुआ है। इस सफेद शावक और उसकी मां को जो भी देखता है, मंत्र मुग्ध हो जाता है।