अनिल गुप्ता@दुर्ग। पुलिस ने एक ऐसे अंतर्राज्यीय जालसाज गिरोह का पर्दाफाश किया है जो कि भोले भाले लोगो को फाइनेंस के नाम पर चकमा देने का काम करते थे। पकड़े गए आरोपियों के पास से पुलिस ने 10 कार, 1 बुलेट, और, 1 नग वाशिंग मशीन सहित 2 नग मोबाईल फोन को जप्त किया है। जिसकी कीमत करीब 3 करोड़ रुपए आंकी गई है।
जानकारी के मुताबिक दुर्ग पुलिस की गिरफ्त में आए ये तीनो वही ठग है, जो कि कई राज्यों में भोले भाले लोगों को घरेलू सामानों के फाइनेंस के नाम पर बेवकूफ बनाते थे, और उसके बाद आसानी से उन्ही फाइनेंस की गई वस्तुओ को अन्य राज्यो मे थर्ड पार्टी को बेच दिया करते थे। ये शातिर जालसाज दुर्ग पुलिस के शिकंजे में तब आ पाए। जब गिरोह के लोगो ने इसी तरह से खुर्शीपार के प्रार्थी हेमंत कुमार को अपना निशाना बनाया था। दुर्ग एसपी अभिषेक पल्लव ने इस गिरोह का खुलासा करते हुऐ बताया है, की प्रार्थी ने अपनी बेटी की शादी को लेकर 20 हजार रुपयों की जरूरत के संबध में अपने एक परीचित शिवकुमार को बताया था। इसके बाद सबसे पहले उसके परिचित ने ही इन आरोपियों से संपर्क कराया। और सबसे पहले एक बुलेट फिर एक महेंद्रा एक्स यूवी कार और एक वाशिंग मशीन का फाइनेंस प्रार्थी द्वारा अलग अलग तारीखों में कराया गया। प्रार्थी को चूंकि अपनी बेटी की शादी के लिए पैसों की सख्त जरूरत थी। तो उसने अपने चेक बुक आधार और पेन कार्ड जैसे दस्तावेज समय समय पर देता चला गया। इसके बाद विभिन्न कंपनियों के द्वारा जब प्रार्थी को किस्त की अदायगी की नोटिस आनी शुरू हुई। तब प्रार्थी ने अपनी शिकायत पुलिस को दी। इसके बाद अपराध दर्ज कर जांच शुरू की गई। तब अंतर्राजीय जालसाज बेनकब हो सके है। जो की सीधे साधे लोगो को इसी तरह से अपने जाल में फंसाया करते थे। और उनसे करवाई गई फाइनेंस की वस्तुओ को अन्य राज्यो में थर्ड पार्टी को कम दामों में बेच दिया करते थे। पुलिस द्वारा पूछताछ में इन्होंने कई लोगो को ठगने की बात को स्वीकार किया है।
बैंक और फाइनेंस कंपनिया भी अब पुलिस की जांच के दायरे में
इस पूरे मामले में कई बैंक और फाइनेंस कंपनिया भी अब पुलिस की जांच के दायरे में आ चुके है। क्योंकि एक ही व्यक्ति के नाम से कई बार फाइनेंस करवाया गया है। फिलहाल पुलिस ने इस गिरोह के पास से करीब 3 करोड़ रुपयों के के कार बुलेट वाशिंग मशीन सहित मोबाईल फोन को जप्त कर इन जालसाजो को न्यायालय के समक्ष पेश कर दिया है।