जिला में मलेरिया से 7 बच्चों की मौत हो गई. लिट्टीपाड़ा के कुटलों गांव में पिछले एक सप्ताह से मलेरिया फैला हुआ है. इस मामले पर डीसी ने कहा कि स्वास्थ विभाग की टीम युद्ध स्तर पर काम कर रही है. ग्रामीणों के बीच जागरूकता की कमी है. जिसकी वजह से मलेरिया कभी डायरिया जैसी बीमारी की वजह से आधा दर्जन से ज्यादा लोगों की मौत हो जाती है. झारखंड के पाकुड़ जिले का है. स्वास्थ्य विभाग की टीम ने शिवर लागकर मरीजों का इलाज शुरू किया. 300 से ज्यादा लोगों की जांच कराई गई. जिसमें 50 से अधिक मलेरिया के कई केस पाए गए.
स्वास्थ विभाग के पदाधिकारियों ने सर्वे करवाया तो पता चला कि 23 गांव तक मलेरिया फैला हुआ है. इसके बाद स्वास्थ विभाग की टीम सभी गांव में जांच करने में जुट गई. बीमार लोगों का इलाज किया जा रहा है. लिट्टीपाड़ा प्रखंड आदिवासी पहाड़िया बहुल्य प्रखंड़ है. यहां जागरूकता की कमी के चलते लोग अंध विश्वास में घिरे रहते हैं और झाड़ फूंक करवाकर अपना इलाज करवाते हैं.
इस मामले पर डीसी ने कहा कि स्वास्थ विभाग की टीम युद्ध स्तर पर काम कर रही है. ग्रामीणों के बीच जागरूकता की कमी है. जिसकी वजह से मलेरिया कभी डायरिया जैसी बीमारी की वजह से आधा दर्जन से ज्यादा लोगों की मौत हो जाती है. इलाज के साथ-साथ उन्हें समझाया भी जा रहा है.