गुड्डू यादव@मुंगेली। जिला मुख्यालय से महज 05 किलोमीटर की दूरी पर बिलासपुर सड़क मार्ग पर समाज कल्याण विभाग के संयुक्त तत्वाधान में मानसिक दिव्यांगजनों के लिए घरौंदा कल्याणी आश्रम का शुभारंभ किया गया। मानसिक दिव्यागों के पुनर्वास केन्द्र घरौंदा कल्याणी आश्रम का नगर पालिका अध्यक्ष हेमेद्र गोस्वामी जिला पचायत अध्यक्ष लेखनी सोनू चंद्राकर एवं मुंगेली कलेक्टर राहुल देव ने फीता काटकर शुभारंभ किया तथा परिसर में बादाम व नीम का पौधा रोपे। कार्यक्रम का शुभारंभ छत्तीसगढ़ महतारी के छायाचित्र के समक्ष दीप प्रज्वलित कर किया गया। वरिष्ठजन, गणमान्य नागरिक एवं बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे।
शुभारंभ कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कलेक्टर ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के मंशानुरूप जिला प्रशासन द्वारा समाज के अंतिम व्यक्ति तक शासन की योजनाओं का लाभ पहुंचाने का प्रयास किया जा रहा है। मूकबधिर बच्चों के लिए जिला मुख्यालय में आवासीय विद्यालय खोला गया, घरेलू हिंसा से पीड़ित महिलाओं के सहयोग के लिए सखी वन स्टाफ सेंटर संचालित किया जा रहा है, घुमंतु अनाथ व बेघर बच्चों के लिए बालगृह संचालित है। इसी तरह वृद्धजनों के स्वास्थ्य जांच के साथ उन्हें आवश्यक उपकरण प्रदान करने व सम्मानित करने के लिए समय-समय पर विविध कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं, लेकिन मानसिक दिव्यांग बच्चों के लिए कोई रास्ता नहीं निकल पा रहा था। तब हमने तय किया कि जिले में घरौंदा योजना का क्रियान्वयन करें और आज इसकी शुरूआत हो गई, जो जिले के लिए बड़ी सौगात है।
कलेक्टर ने कहा कि इस आश्रम के खुलने से मानसिक दिव्यांग बच्चों का उचित देखभाल हो सकेगी। उन्होंनेे इस कार्य से जुड़े संस्था की भी सराहना की और कहा कि नर सेवा ही नारायण सेवा की भाव लेकर दिव्यांग बच्चों की साइकोलाजी को समझकर संस्था द्वारा कार्य किया जा रहा है। जो काफी सराहनीय है। कलेक्टर ने बताया कि अनाथ या ऐसे बच्चे जिनके परिजन ठीक से पालन-पोषण नहीं कर पात हैं, उनके लिए स्पांसरशीप योजना भी संचालित है। जिला प्रशासन द्वारा इस योजना के तहत अब तक करीब 15 बच्चों का चिन्हांकन किया गया है तथा उन्हें योजना के तहत राशि प्रदाय उनके उज्जवल भविष्य के लिए कार्य किया जा रहा है।