11.05.23| प्रवर्तन निदेशालय (ED) की कार्रवाई को लेकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि ईडी झूठे केस बनाकर, डरा-धमकाकर कथित शराब घोटाले में मेरा नाम भी जोड़ने का प्रयास कर रही है. इनका मुख्य उद्देश्य सरकार को बदनाम करने का है. भाजपा यहां टिक नहीं पा रही है, तो ईडी का अपने अधीनस्थ संगठन की तरह दुरुपयोग कर रही है.
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भेंट-मुलाकात कार्यक्रम के लिए रवाना होने से पहले मीडिया से चर्चा में कहा कि हमें विधि विशेषज्ञों से जानकारी मिली है, एक्सट्रार्शन और भ्रष्टाचार जैसे शेड्यूल अपराध की जांच ईडी के क्षेत्राधिकार में नहीं आता है. ईडी का काम पीएमएलए अंतर्गत किसी अपराध के कमाई जब्त संपत्ति की जांच करना और राजसात करना और दोषियों को सजा दिलाना है.
लेकिन ईडी के अधिकारी छत्तीसगढ़ में पुलिस की तरह मूल अपराध में विवेचना कर रहे हैं. ईडी का यह कार्य संघीय ढांचे के मूल भावना के विपरित है. ईडी के अधिकारियों द्वारा की जा रही समस्त अवैधानिक कार्रवाई के विरुद्ध विधिवेत्ताओं से सलाह मशविरा कर रहे हैं, इस संबंध में शीघ्र ही समुचित कार्रवाई करेंगे.
मुख्यमंत्री बघेल ने आरोप लगाया कि ईडी लगातार मीडिया ट्रायल के तहत प्रेस विज्ञप्ति जारी कर रही है. उसमें यह कहा गया है कि डिस्टिलर जो हैं, बिना एक्साइज ड्यूटी पटाए बिना शराब की बिक्री कर रहे हैं. सवाल यह है कि डिस्टलर बिना एक्साइज ड्यूटी पटाए शराब की बिक्री कर रहे हैं, तो उनके खिलाफ क्यों कार्रवाई नहीं की गई. फायदा तो उन्हीं को मिला, तो उनके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए, दूसरे लोगों को पकड़ रहे हैं.
उन्होंने कहा कि ईडी और डिस्टलरों के बीच या भाजपा के बीच सांठगांठ हो चुका है. दाल में कुछ काला जरूर है. क्योंकि किसी को भी उठा रहे हैं, ले जा रहे हैं. क्योंकि जो स्वीकार कर रहे हैं, सबसे पहले तो अपराधी वहीं हुए, तो उनकी गिरफ्तारी क्यों नहीं कर रहे हैं. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि प्रेस विज्ञप्ति हो या कोई शिकायत करे तब, मामले में दूध का दूध और पानी का पानी करने के लिए एसीबी कार्रवाई करेगी.