मेहनरबूंगा-दफौट बाइपास मार्ग के ब्यानधार के समीप एक गुफा मिली है (natural cave found in Bageshwar)। सड़क कटाने के दौरान यह गुफा सबसे पहले महिलाओं को दिखी। उन्होंने गांव वालों को बताया, जिसके बाद वहां पूजा-अर्चना शुरू हो गई। गांव के लोग गुफा के समीप श्राद्ध पक्ष के बाद मंदिर बनाने की बात भी कर रहे हैं। हालांकि अभी पुरातत्व विभाग को इसकी जानकारी नहीं है।
मेहनरबूंगा गांव के पूर्व प्रधान रमेश राज ने बताया कि बाइपास मोटर मार्ग का निर्माण हो रहा है। कटान के दौरा ब्यानधार के समीप एक गुफा निकली है। गांव की बसंती देवी, कमला देवी, शोभा देवी जंगल से घास के लेकर लौट रहीं थी। वह ब्यानधार के समीप विश्राम कर रहे थे। बसंती ने टप-टप की आवाज सुनी और इधर-उधर देखा। सामने उसे एक गुफा दिखी। अंदर झांकने पर वहां पांच शिवलिंग थे। लिंगों के ऊपर पानी टपक रहा था। यह पानी गाय के थन के आकार के पत्थर से टकपते हुआ नजर आया।
गुफा और शिव लिंग की बात पर गुफा की तरफ गांव उमड़ पड़ा। लोगों ने यहां पूजा अर्चना शुरू कर दी है। वहीं, मजदूरों ने गुफा की तरफ कटान का कार्य भी रोक दिया है। कटान लोडर मशीन से किया जा रहा था। ग्रामीण मदन सिंह, प्रेम राम, सुरेश चंद्र, रमेश आदि ने अभी तक पूजा की है। इधर, पुरातत्व अधिकारी सीस चौहान ने कहा कि यह प्राकृतिक गुफा हो सकती है। पर्यटन के क्षेत्र में महत्वपूर्ण हो सकती है। निरीक्षण करेंगे तभी पुरातात्विक महत्व आदि के बारे में बता सकेंगे।