राजधानी के पुलिस कमिश्नर दफ्तर में एक महिला पुलिसकर्मी के साथ छेड़छाड़ करने का मामला सामने आया है। हैरान कर देने वाली बात ये है कि इस मामले का आरोपी भी एक वर्दीधारी ही है। मामला सामने आने के बाद यूपी पुलिस फिर से सवालों के घेरे में है।
पीड़िता (महिला सिपाही) ने इसके बाद जो आरोप लगाए हैं, वे और गंभीर हैं। पीड़िता का कहना है कि आरोपी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराने के बावजूद कोई कार्रवाई अब तक नहीं हुई। बड़ा बाबू को लिखित में शिकायत दी, फिर भी कुछ नहीं हुआ। सभी मामले को दबाने में लगे हैं। मामला तूल पकड़ने के बाद जॉइंट सीपी कानून व्यवस्था आकाश कुलहरी ने कहा कि आरोप की जांच की जाएगी, फिर आगे की कार्रवाई होगी।
महिला सिपाही (पीड़िता) ने बताया कि उसका ट्रांसफर बाराबंकी से लखनऊ हुआ था। गुरूवार के दिन वह अपनी पोस्टिंग कराने कमिश्नर ऑफिस पहुंची थीं। रक्षाबंधन होने के कारण दफ्तर में छुट्टी जैसा माहौल था। ऑफिस में ज्यादा पुलिसकर्मी नहीं थे। वहां पर एक हेड कॉन्सटेबल मौजूद था। उससे पोस्टिंग को लेकर पूरी बात बताई। जिसे सुनने के बाद उसने अपने पास कुर्सी पर बैठाया। बातचीत के दौरान वह अचानक अपनी जगह से उठा और अभद्रता करने लगा।
पीड़िता ने आगे बताया कि जब मैंने इसका विरोध किया तो वह मनचाही पोस्टिंग दिलाने की लालच देने लगा। कहने लगा कि जहां पोस्टिंग चाहोगी, वहां दिला देंगे, बस बात मान जाओ। इसके बाद मैं चुपचाप वहां से उठकर चली गई। अगले दिन यानी शुक्रवार को दोबारा ऑफिस आई और बड़ा बाबू को इसकी जानकारी दी।
पीड़िता ने बड़ा बाबू पर लगाया गंभीर आरोप
पीड़ित महिला सिपाही ने बताया कि घटना की सारी जानकारी बड़ा बाबू को देने के बाद जब मैंने आरोपी के खिलाफ उनसे कार्रवाई करने की मांग तो उन्होंने लिखित में शिकायत देने को कहा। इसके बाद मैंने लिखित में शिकायत दी, जिसमें घटना का पूरा ब्यौरा दिया। फिर भी कोई कार्रवाई नहीं की गई।
पीड़िता ने आगे बताया कि बड़ा बाबू ने आरोपी की तस्वीर मोबाइल में दिखाई तो वह हेड कॉन्सटेबल मोहम्मद जावेद निकला, जो उस दौरान कमरे में मौजूद भी था। पीड़िता ने बताया कि अगर मामले में सुनवाई नहीं होती है तो वह उच्च अधिकारियों तक शिकायत करेगी।