नई दिल्ली। ब्रिटेन में अपने बयान और सरकार द्वारा माफी की मांग को लेकर उठे हंगामे के बीच, राहुल गांधी ने आज एलारा नाम की एक विदेशी इकाई पर सवाल उठाकर अदानी समूह और सरकार पर एक नया हमला बोला। गांधी ने अपनी विदेश यात्रा से दिल्ली लौटने के बाद आरोप लगाया कि अदानी ग्रुप और एलारा को मिसाइल और रडार अपग्रेड का कॉन्ट्रैक्ट दिया गया है। एक ट्वीट में उन्होंने कहा कि भारत का मिसाइल और रडार अपग्रेड कॉन्ट्रैक्ट अदानी के स्वामित्व वाली एक कंपनी और एलारा नामक एक संदिग्ध विदेशी संस्था को दिया गया है। एलारा को कौन नियंत्रित कर रहा है? अज्ञात विदेशी संस्थाओं को रणनीतिक रक्षा उपकरणों का नियंत्रण देकर भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा से समझौता क्यों किया जा रहा है?
जहां राहुल गांधी विवादों में हैं, वहीं अदानी विवाद पर विपक्ष एकजुट है। हालांकि, तृणमूल कांग्रेस, कांग्रेस के नेतृत्व वाले समूह से दूर रह रही है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने अपने ब्रिटेन के भाषण में राहुल गांधी की ओर से किसी भी तरह की माफी से इनकार किया है। खड़गे ने कहा कि गांधी ने कुछ भी गलत नहीं कहा और केवल लोकतंत्र के बारे में बात की, जबकि प्रधानमंत्री ने विदेशों में कई जगहों पर बात की और देश का अपमान किया। राहुल गांधी के बयान पर मचे बवाल के बीच कांग्रेस ने यह स्पष्ट करने की कोशिश की है कि पार्टी इस मुद्दे पर झुकने वाली नहीं है और इस मुद्दे पर आक्रामक होगी और हिंडनबर्ग-अदानी विवाद में जेपीसी की मांग करेगी।
पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए, कांग्रेस प्रमुख और विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने ट्वीट किया था, मैं आपको चीन में दिए गए आपके बयान की याद दिलाना चाहता हूं। आपने कहा, पहले आपको भारतीय होने पर शर्म आती थी। अब आप देश का प्रतिनिधित्व करने में गर्व महसूस करते हैं क्या यह भारत और भारतीयों का अपमान नहीं था? अपने मंत्रियों से कहिए कि वे अपनी यादें ताजा करें।