रूस ने शनिवार को एक बाद एक यूक्रेन के कई इलाकों में 33 मिसाइलें दागीं। इनमें निप्रो शहर में मरने वालों की संख्या अब बढ़कर 30 हो गई है। लोकल अथॉरिटीज का मानना है कि जो 44 लोग लापता हैं उनके बचने की कोई भी उम्मीद नहीं है। रूस के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने बताया कि रूस ने जिस नौ मंजिला इमारत पर मिसाइल गिराई उसमें दो बच्चे भी अनाथ हो गए हैं। लापता लोगों की तलाश के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है।
जेलेंस्की ने रूस के लोगों को ‘कायर’ कहा
रविवार यानी 15 दिसंबर की देर शाम यूक्रेन के राष्ट्रपति ने वोल्दिमिर जेलेंस्की ने एक भाषण दिया । उन्होनें कहा कि दुनिया भर से उन्हें सहनाभूति भरे संदेश मिल रहे हैं। इसके बाद जेलेंस्की ने रूसी भाषा में बोलना शुरू किया। उन्होने रूस के लोगों को हमले की निंदा न करने पर कायर कहा। जेलेंस्की ने कहा कि ये आतंकी एक दिन आपके साथ के साथ भी ऐसा ही करेंगे। वहीं रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन ने मॉस्को के स्टेट मीडिया को कहा कि यूक्रेन का ‘मिलिट्री ऑपरेशन’ प्लान के मुताबिक चल रहा है।
रेस्क्यू ऑपरेशन में आम लोगों ने भी की मदद
यूक्रेन के निप्रो शहर में रेस्क्यू ऑपरेशन देर रात तक चला। इस रेस्क्यू ऑपरेशन में इमरजेंसी सर्विसेज के अलावा आम लोग भी शामिल हुए। रिपोर्ट्स के मुताबिक जिंदा लोग अपनी जान बचाने के लिए चीख रहे थे। वहीं यूक्रेन की डिफेंस मिनिस्ट्री ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर किया है। इसमें एक बच्चा रूसी हमलों में तबाह इमारत का मलबा हटाता हुआ दिखाई दे रहा है।
ब्लैक आउट में रहेंगे यूक्रेन के लोग
शनिवार का रूस ने निप्रो के अलावा कीव, खार्कीव और ओडेसा पर भी मिसाइलों से हमले किए थे। इसके बाद यूक्रेन के एनर्जी मिनिस्टर जर्मन गालुशचेंको ने कहा था रूस ने यूक्रेन के पावर ग्रिड पर हमला किया है। इससे देश के बड़े इलाके में पावर सप्लाई रुक गई। अस्पतालों और रिहायशी इमारतों तक में बिजली बंद हो गई। ज्यादातर इलाकों में इमरजेंसी ब्लैकआउट लागू है। यूक्रेन में बिजली सप्लाई करने वाली कंपनी ने बिजली खपत पर पाबंदिया लगाई हैं। जो कुछ आने वाले कुछ दिनों तक जारी रहेंगी।