बिपत सारथी@पेंड्रा। रेल्वे फाटक के कई घंटे तक बंद रहने से राहगीर लगातार परेशान और हलाकान हो रहे हैं वहीं जान जोखिम में डालकर स्कूली बच्चे सहित राहगीर भी रेलवे फाटक पार करने को मजबूर हैं,
पूरा मामला पेंड्रारोड रेलवे स्टेशन के गोरखपुर फाटक का मामला है। जहां गौरेला पेंड्रा मरवाही जिले सहित छत्तीसगढ़,मध्यप्रदेश के अंतरराज्यीय सीमा क्षेत्र के सैकड़ों गांव और यूनिवर्सिटी विद्यालय को जोड़ने वाली इस सड़क और फाटक से होकर सैकड़ों वाहन गुजरती है, साथ ही स्कूली वाहन,छात्र-छात्राएं सहित व्यापारिक लोग भी इस सड़क मार्ग से गुजरते हैं। जिससे ज्यादातर रेलवे फाटक के कई घंटे तक बंद रहने से राहगीर लगातार हलकान हो रहे हैं, मजबूरी में जान जोखिम में डालकर स्कूली बच्चे और राहगीर रेलवे प्रशासन के नियम कायदे को दरकिनार कर फाटक पार कर रहे हैं लेकिन किसी भी वक्त कोई बड़ी घटना घट सकती है, इसका जिम्मेदार कौन होगा।
रेलवे प्रशासन के उदासीन रवैया के चलते कई बार यहां फाटक पार करते हुए घटनाएं हो चुकी है, लेकिन रेलवे प्रशासन के द्वारा अब तक इस पर संज्ञान नहीं लिया जा रहा है, वहीं स्थानीय लोगों के द्वारा कई वर्षों से यहां अंडरब्रिज बनाने की मांग उठ रही है, जो अब तक नहीं बन पाई है जिससे इस सड़क मार्ग से होकर आवागमन करने वाले सैकड़ों राहगीर काफी परेशान हैं, अब देखने वाली बात यह होगा कि कब तक रेलवे प्रशासन के द्वारा आमजन के सुरक्षा व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए अंडर ब्रिज का निर्माण किया जाता है…