राजनांदगांव | nationalert.in
नवरात्रि के पावन दिनों में भी शहर के जमातपारा स्थित ग्राम देवी शक्तिपीठ मां शीतला देवी के दर्शन को पहुंचने वाले श्रद्धालुओं के लिए मुश्किलें कम नहीं हैं। यहां रास्ते में पड़ी नाली की गंदगी और बूढ़ा सागर की दुर्गंध का कोई उपाय नहीं हो सका है।
तालाब की दुर्गंध न सही लेकिन निगम के सफाई कर्मी यहां रास्तों पर ही नाली की गंदगी उड़ेल दे रहे हैं। इसे उठाने में निगम अमला दो से तीन दिन लगा देता है। गंदगी और दुर्गंध के बीच मातारानी के दर्शन के लिए पहुंचने वाले भक्तों को बड़ी परेशानी होती है। देवालय के आसपास खुले में बहता निस्तार का पानी भी समस्या की बड़ी वजह है। आसपास के दुकानदारों के लिए भी ये परेशानी का सबब है।
स्थानीय पार्षद कुलबीर सिंह छाबड़ा की कार्यशैली और वार्ड में पसरती गंदगी को लेकर नागरिकों में आक्रोश है। सामान्य दिनों में भी यह समस्याएं बनी रहती है। दिग्विजय कॉलेस के सामने से मंदिर की ओर आने वाली सड़क में गंदगी का आलम है। बदबू के कारण यहां किसी का चलना भी दूभर है। कॉलेज के छात्रों को भी इससे समस्याएं हो रही हैं लेकिन निगम अमला और पार्षद इसे नज़रअंदाज कर रहे हैं।
कहा तो यह भी जाता है कि पार्षद अपने वार्ड में कभी समस्याएं देखने-पूछने निकलते ही नहीं। वरिष्ठ पार्षद होने के लिहाज से वे सारा समय निगम और दूसरे ही कार्यों में व्यस्त रहते हैं। 4 बार के पार्षद कुलबीर पर अब निष्क्रियता हावी होने लगी है।
वार्ड के विपक्षी दल के नेताओं को भी इन समस्याओं से सरोकार नज़र नहीं आता। आए दिन होने वाली इन समस्याओं को लेकर विपक्ष ने कभी आवाज नहीं उठाई है। ऐसे में वार्डवासियों को आक्रोश और भी बढ़ रहा है। शक्तिपीठ और कॉलेज के पास कचरे के ढेर की गंदगी और दुर्गंध की समस्या को निपटारे को लेकर सभी जिम्मेदार उदासीन रवैया अपना रहे हैं।