चूड़ामणि उपाध्याय@सक्ति। नक्सलियों से मुकाबला करते अपने साथियों की रक्षा करते दीपक भारद्वाज 3 अप्रैल 2021 को वीरगति को प्राप्त हो गए थे, उनकी शहादत और अदम्य साहस को आज राष्ट्रपति भवन में सम्मान मिलेगा इसके लिए परिजन राष्ट्रपति भवन दिल्ली रवाना हो चुके हैं।
शहीद दीपक भारद्वाज को मरणोपरांत कीर्ति चक्र से सम्मानित किया जाएगा। बीजापुर जिले के तर्रेम थाना क्षेत्र के टकलागुणाम नामक स्थान में 3 अप्रैल 2021 को नक्सलियों से मुठभेड़ के दौरान 22 जवानों को शहादत मिली थी, उसमें सक्ति जिले के पिहरिद के रहने वाले सब इंस्पेक्टर दीपक भारद्वाज भी शहीद हो गए थे।
गौरतलब है कि मुठभेड़ के बाद डीएसपी पाल ने दीपक भारद्वाज की तारीफ में कहा था कि नक्सलियों से सीधी लड़ाई में जहां गोलीबारी और बमबारी होती रहती है, वहां बड़े-बड़े शूरमा के हाथ पैर कांपने लगते हैं, वही सब इंस्पेक्टर दीपक भारद्वाज बिना डरे और झिझक के लड़ाई लड़ते रहे। नक्सलियों को लगा कि उनका बहुत ज्यादा नुकसान हो रहा है, तब उन्होंने ग्रेनेड लांचर फेंक कर दीपक भारद्वाज पर हमला किया जिसमें दीपक भारद्वाज नक्सलियों से लड़ाई लड़ते हुए लोकतंत्र को जिंदा रखने के लिए शहीद हो गए।
केंद्र सरकार ने शहीद सब इंस्पेक्टर पुलिस दीपक भारद्वाज के बलिदान को सम्मान करते हुए आज 9 मई 2023 को राष्ट्रपति भवन नई दिल्ली में राष्ट्रपति द्वारा कीर्ति चक्र प्रदान करके शाहिद के माता-पिता को सम्मान किया जाएगा। यह सक्ती जिला के लिए ही नहीं पूरे छत्तीसगढ़ के लिए सम्मान का विषय है,कीर्ति चक्र से सम्मान कार्यक्रम में भाग लेने के लिए शहीद के परिजन दिल्ली पहुंच चुके हैं।
दीपक भारद्वाज शुरू से ही मेधावी एवं देश प्रेमी का जज्बा उनके मन में रहा पहली से 12वीं तक की पढ़ाई उन्होंने नवोदय विद्यालय में पूरी की उसके बाद स्नातक की पढ़ाई उन्होंने बिलासपुर ने पूरी की इसके साथ ही स्नातक की पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्होंने सब इंस्पेक्टर भर्ती के लिए आवेदन किया था, पहले ही प्रयास में सिलेक्ट हो गए थे अपने कार्यकाल में सबसे उत्कृष्ट थाना प्रभारी के तौर पर जन सेवा करने के कारण एसपी और आईजी रैंक के अधिकारी ने कई बार उन्हें पुरस्कार दिया है। 3 अप्रैल 2021 को नक्सलियों से मुठभेड़ के दौरान अपने साथी जवानों की जान बचाते हुए अदम्य साहस का परिचय देते हुए दीपक भारद्वाज देश के लिए शहीद हो गए हैं।