इजरायल और हमास के बीच होने वाला युद्धविराम एक बार फिर टलता दिख रहा है। इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने हमास के खिलाफ सख्त तेवर दिखाए हैं। रविवार को नेतन्याहू ने कहा कि जब तक इजरायल को हमास से रिहा किए जाने वाले बंधकों की सूची नहीं मिल जाती, तब तक गाजा में संघर्ष विराम शुरू नहीं होगा।
युद्धविराम से बमुश्किल एक घंटे पहले ही इजरायली पीएम ने अपनी चेतावनी दोहराई, जिससे सीजफायर की संभावनाएं फिर कम हो गई हैं। उधर, हमास ने नाम सौंपने में देरी के लिए “तकनीकी कारणों” को जिम्मेदार ठहराया। इसने एक बयान में कहा कि वह पिछले सप्ताह घोषित संघर्ष विराम समझौते के लिए प्रतिबद्ध है।
बता दें कि गाजा में युद्ध विराम और बंधकों की रिहाई के लिए हमास के साथ हुए समझौते को इजरायल की कैबिनेट ने छह घंटे से अधिक समय तक चली बैठक के बाद शनिवार को मंजूरी दे दी थी। स्थानीय मीडिया के अनुसार, कैबिनेट के आठ सदस्यों ने समझौते का विरोध किया, जबकि 24 मंत्रियों ने समझौते के समर्थन किया। विरोधियों ने कहा कि यह समझौता हमास के सामने आत्मसमर्पण को दर्शाता है।
इजरायली न्याय मंत्रालय ने 737 फलस्तीनी कैदियों की सूची प्रकाशित की है, जिन्हें गाजा में हमास के साथ संघर्ष को रोकने वाले समझौते के तहत रिहा किया जाना है। इस बीच गाजा में समझौते पर सहमति बनने के बाद से इजरायली युद्धक विमानों ने हमले जारी रखे हैं।शनिवार को इस क्षेत्र पर इजरायल ने बमबारी की। गाजा में हवाई हमले में पांच लोग मारे गए हैं। फलस्तीनी सिविल इमरजेंसी सर्विस ने बताया कि बुधवार को संघर्ष विराम समझौते की घोषणा होने के बाद से इजरायली बमबारी में 123 फलस्तीनी मारे गए हैं।
बता दें कि सात अक्टूबर, 2023 को हमास ने इजरायल में बड़े पैमाने पर हमला किया था, जिसमें करीब 1200 लोग मारे गए थे। 250 से ज्यादा को बंधक बना लिया गया था। इसके बाद इजरायल की ओर से गाजा में चलाए गए सैन्य अभियान में अब तक 46899 लोग मारे गए।
तीन चरणों में होगा समझौता
अमेरिका और कतर की मध्यस्थता में हुए समझौते की घोषणा बुधवार को की गई थी। हमास ने शुक्रवार को कहा कि गाजा में युद्धविराम की राह की सारी बाधाएं हट गई हैं। हमास इस समझौते को पहले ही स्वीकार कर चुका है। युद्ध विराम का यह समझौता तीन चरणों वाला है।
समझौते के तहत छह सप्ताह के प्रथम चरण में हमास 98 बंधकों में 33 बंधकों को रिहा करेगा। इनमें सभी महिलाएं, बच्चे और 50 वर्ष से ज्यादा आयु के लोग होंगे। जबकि इजरायल इसके बदले में अपनी जेलों से करीब दो हजार फलस्तीनियों को रिहा करेगा। इनमें अहमद बरगौटी जैसे कुछ आतंकी भी हैं। बरगौटी इजरायलियों की हत्या के लिए आजीवन कारावास की सजा काट रहा है।
इजरायल के न्याय मंत्रालय ने कहा कि रविवार को प्रत्येक महिला बंधक के बदले 30 फलस्तीनी कैदियों को रिहा किया जाएगा। रविवार की बंधक रिहाई के बाद, प्रमुख अमेरिकी वार्ताकार ब्रेट मैकगर्क ने कहा, समझौते में सात दिनों के बाद चार और महिला बंधकों को रिहा किया जाएगा। अगले पांच सप्ताहों में शेष 26 बंधकों को रिहा किया जाएगा।
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