हेल्थ डेस्क- कई राज्य ठंडी हवाओं की गिरफ्त में है और चार दिनों तक मौसम का रुख सर्द ही रहेगा। जानकारों की मानें तो दुनिया में सर्दियों में दिल के दौरे का जोखिम 31-33% तक बढ़ जाता है। मौसम और हार्ट अटैक के संबंध पर स्वीडन में हुई सबसे बड़ी स्टडी और कई रिसर्च बताती हैं की – सर्दियों में ज्यादातर दिल के दौरे सुबह 4 से 10 बजे के बीच पड़ते हैं। इसलिए आज हम इस लेख में जानेंगे की किस तरह से सर्दी के मौसम में भी अपने दिल को सुरक्षित रख सकते है….
सर्दियों में शुगर और बीपी बढ़ता है, इसलिए इसकी जाँच डॉक्टरो से अवश्य कराएं
बहुत मोटे गर्म कपड़े पहनने की जगह पतले ऊनी और सूती कपड़ों की ज्यादा लेयर पहनें। सिर और कानों को ढकें। सुबह की जगह दोपहर में सैर करें। सर्दियों में बीपी, शुगर की डोज डॉक्टर से रिसेट करवाएं।
गुनगुना पानी पीयें, पांच फल हरी सब्जी जरूर खाएं
दिल के मरीज हैं तो थकाने वाले काम न करें। काम के बीच ब्रेक लेते रहें। हल्के गर्म पानी से नहाएं, गुनगुना पानी पीयें। ज्यादा गर्म, तला-भुना खाना कम खाएं। कम से कम 5 फल-सब्जी को डाइट में शामिल करें।
इंफ्लूएंजा की सालाना वैक्सीन जरूर लगवाएं
सर्द मौसम शुरू होने से पहले लंग इंफेक्शन से बचने के लिए डॉक्टर से राय लेकर इंफ्लूएंजा, निमोनिया की सालाना वैक्सीन लगवाएं। विदेशों में 65 साल से ऊपर के बुजुर्ग अक्टूबर में फ्लू शॉट्स ले लेते हैं।
सांस के संक्रमण से बचें, लक्षण नजरअंदाज न करें
हार्ट अटैक के शुरुआती लक्षणों के बारे में डॉक्टर से जानें। फिजिकल एक्टिविटी से पहले या बाद अल्कोहॉल न लें। ताकि लक्षण नजरअंदाज न हों। सांस के संक्रमण से बचें, ये दिल के दौरे का खतरा बड़ा देते हैं।
सहन शक्ति व मौसम के मुताबिक ही कसरत करें
शरीर की सहनशक्ति व मौसम के मुताबिक डॉक्टर से परामर्श लेकर ब्रिस्क वॉकिंग, योग, वेट ट्रेनिंग, इंटरवेल ट्रेनिंग, साइकलिंग, ताई-ची करें। एक्सरसाइज से पहले वॉर्मअप करें जिससे शरीर उसे सह सके।