हेल्थ डेस्क- स्वास्थ्य को लेकर कई तरह की मान्यताएं हैं। लेकिन कुछ बातें पूरी तरह से काल्पनिक (myth) साबित होती हैं, तो कुछ सेहत के लिए बेहद महत्वपूर्ण हैं। हम आपको आज इस लेख में, सेहत से जुड़ी कुछ ऐसी महत्वपूर्ण बातें बताएँगे, जो आपके स्वास्थ्य के लिए बहुत लाभदायक सिद्ध होंगी। जानिए कौन-सी हैं, यह मिथ बातें, और क्या है इनकी सच्चाई
जंकफूड – कुछ लोगों को लगता है, कि चॉकलेट या फ्रेंच फ्राइज जैसे जंक फूड का सेवन करने से मुहांसों की समस्या पैदा होती है। लेकिन डर्मेटोलॉजिस्ट का मानना है, कि किसी भी प्रकार के फूड का मुहांसों से सीधा संबंध नहीं होता। डाइट में अत्यधिक तली हुई चीजें खाने से त्वचा की तैलीय ग्रंथियां सक्रिय हो सकती है, जिससे मुहांसे होते हैं। हां, हेल्दी डायट लेने से त्वचा स्वस्थ एवं सुंदर जरूर बनती है।
कॉफी – ऐसा माना जाता है, कि कॉफी पीने से दिमाग सक्रिय होता है, और तेज गति से कार्य करता है। परंतु यूनिवर्सिटी ऑफ एरिजॉन में हुए एक शोध के अनुसार, कॉफी पीने से स्मरणशक्ति कम होती है। खासतौर पर अधिक उम्र वालों पर इसका नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। इसीलिए अत्यधिक कॉफी पीने से बचना चाहिए।
कैफेटीन – कॉफी में पाए जाने वाले कैफेटीन, थकान दूर करने एवं कफ को ढीला करने में सहायक माना जाता है। लेकिन इसका अधिक सेवन, आपको इसकी लत लगा देता है, और इन्सोम्निया ( नींद ना आने की समस्या ) को बढ़ावा देता है। इसके अलावा इससे अपका ब्लडप्रेशर बढ़ सकता है।
डायबिटीज – डायबिटीज के लिए यह माना जाता है, कि इसके रोगियों को मीठी चीजों का सेवन बिल्कुल भी नहीं करना चाहिए। लेकिन हकीकत यह है, कि कभी-कभी मीठी चीजें खाने में कोई हर्ज नहीं है। बल्कि ऐसा डेजर्ट खाना चाहिए, जिसमें फायबर की मात्रा ज्यादा हो, और ग्लाइकेमिक इंडेक्स (Glycemic Index) कम हो। हाल ही में हुए कुछ शोधों में यह बात सामने आई है, कि वजन कम करना, डायबिटीज का सबसे अच्छा इलाज है। शोधकर्ताओं के अनुसार, वजन कम कर, डायबिटीज का खतरा, 58 प्रतिशत तक कम किया जा सकता है।
दूध – दूध को लेकर यह मान्यता है, कि रात के वक्त खाने के बाद गर्म दूध पीने से भोजन का पाचन अच्छे से होता है। लेकिन यह बात सभी पर लागू नहीं हो सकती। दरअसल कुछ लोगों को दूध को पचाने में परेशानी भी हो सकती है। इसके अलावा एलर्जिक बच्चों को इससे एलर्जी भी हो सकती है।
आयरन – वैसे तो आयरन को सेहत के लिए महत्वपूर्ण माना जाता है, लेकिन इसका अत्यधिक सेवन, दिल और रक्त- धमनियों को नुकसान पहुंचाता है। एक शोध में यह पाया गया है, कि जिन पुरूषों के खून में आयरन की मात्रा ज्यादा थी, वे अन्य पुरूषों की तुलना में हार्ट- अटैक के अधिक शिकार हुए है।
पास्ता – पास्ता पोषक तत्वों से भरपूर, लो-फैट फूड है, और यह सेहत के लिए लाभप्रद होता है। परंतु पिज्जा हट या रेस्टोरेंट में उपलब्ध पास्ता सेहत के लिए फायदेमंद नहीं होता, बल्कि संतृप्त वसा से भरपूर होता है, क्योंकि इसे बनाने में फैटी सॉस और चीज का बहुत ज्यादा इस्तेमाल होता है।
बीटरूट- बीटरूट यानि चुकंदर वैसे तो खून बढ़ाने और कैंसर रोधी फल के रूप में जाना जाता है, परंतु इसका अत्यधिक सेवन, किडनी में स्टोन पैदा करने अर्थान पथरी बनाने में सहायक होता है।
पालक- पालक हरी सब्जियों में बेहद स्वास्थ्यवर्धक मानी जाती है, और कैल्शियम, विटामिन – के, फॉलेट आदि से भरपूर मानी जाती है। परंतु यही पालक ऑक्जैलिक एसिड के कारण किडनी और ब्लेडर में स्टोन बनाने में सहायक होती है। इसलिए पथरी होने पर पालक का सेवन न करने की सलाह दी जाती है।
वजन – सामान्यत: महिलाओं का वजन किशोरावस्था में बेहद कम होता है, और उन्हें वजन बढ़ाने की सलाह दी जाती है। लेकिन जिन महिलाओं का वजन 18 वर्ष की आयु के बाद 20 किलो या उससे ज्यादा बढ़ता है, उनमें ब्रेस्ट कैंसर होने का खतरा अधिक होता है।