रायपुर। स्वच्छतम शहर के तौर पर रायपुर की रैंकिंग को शीर्ष पर लाने नगर निगम, रायपुर स्मार्ट सिटी लिमिटेड और अन्य उपक्रमों के साथ मिलकर आम नागरिकों की भागीदारी बढ़ा रहा है। घर, प्रतिष्ठान व संस्थानों से निकलने वाले कचरे के पृथक्करण पर जोर देते हुए जन जागरूकता के माध्यम से सूखे एवं गीले कचरे को पृथक कर ही कचरा संग्रहण वाहनों में देने की समझाईश देकर इसकी शुरूआत की गई है।
रायपुर नगर निगम कमिश्नर मयंक चतुर्वेदी के अनुसार हर घर से कचरे के पृथक्करण के अभियान की शुरूआत हो चुकी है। डोर-टू-डोर संपर्क कर स्वच्छता अपनाने के लिए हर घर, व्यापारिक प्रतिष्ठान व संस्थानों को प्रेरित किया जा रहा है। छोटी गुमटियों से लेकर बड़े होटल, मोहल्ले के घरों और काॅलोनियों को भी कचरे के पृथक्करण के लिए निरंतर समझाईश दी जा रही हैं। जोन स्तर पर स्व-सहायता समूहों व स्वच्छता दीदियों को यह जिम्मेदारी दी गई है कि निरंतर लोगों को इस संबंध में अवगत कराएं, इस हेतु प्रत्येक जोन स्तर पर 15 महिलाओं को दायित्व सौंपा गया है, जो लापरवाही बरतने वालों पर जुर्माने की कार्यवाही भी सुनिश्चित करेंगी। रेलवे सहित अन्य सार्वजनिक व व्यापरिक उपक्रम भी “स्वच्छतम रायपुर” के मिशन में नगर निगम को साथ दें रहे है। चेम्बर ऑफ काॅमर्स का साथ लेकर औद्योगिक प्रतिष्ठानों को भी इस मुहिम से जोड़ा गया है। रायपुर स्मार्ट सिटी लि. द्वारा सोशल मीडिया के माध्यम से भी कचरा पृथक्करण और सूखे एवं गीले कचरे के तौर पर शामिल अपशिष्टों के संबंध में अवगत कराया जा रहा है कि हरा डस्टबिन में गीला कचरा, जिसमें रसोई का कचरा, फल के छिलके, सड़े फल एवं सब्जी, बचा भोजन, अंडे के छिलके आदि रखा जाना चाहिए एवं नीला डस्टबिन में प्लास्टिक, बोतलें, कागज कप, प्लेट, पैकेट अखबार, डिब्बे, बॉक्स, पुराने कपड़े आदि रखें। इसके अलावा बेकार कचरों की श्रेणी में आने वाले डायपर, सेनिटरी नैपकिन, पट्टियां, टिशू पेपर, रेजर, प्रयोग में लाई हुई सीरिंज, ब्लेड, स्लाइन की बोतलें आदि को कागज में लपेटकर सूखे कचरा वाले डस्टबिन में रखें।
कमिश्नर चतुर्वेदी ने आगे बताया है कि आवासीय काॅलोनियों विशेषकर बहुमंजिला फ्लैट्स से भी शत् प्रतिशत कचरा पृथक्करण हेतु प्रेरित करने नगर निगम का स्वच्छता अमला सतत कार्यशाला आयोजित कर रहा है। जोन व स्वच्छता की सेंट्रल टीम से भी कहा गया है कि रेसीडेंसियल वेलफेयर सोसायटी व संबंधित बिल्डर के माध्यम से सूखे व गीले कचरे के शत् प्रतिशत पृथक्करण सुनिश्चित करें। स्वच्छता अमले को कचरों के पृथक्करण में जानबूझकर लापरवाही बरतने वाले घरों, काॅलोनियों, मोहल्लों व संस्थानों पर अर्थ दंड आरोपित करने के निर्देश भी दिए गए हैं। उन्होंने आगे कहा है कि झुग्गी बस्तियों को भी स्वच्छता के इस मिशन में जोड़ने कार्ययोजना तैयार की जा रही है, जिसमें जनप्रतिनिधियों, शहर के एन.जी.ओ. व स्थानीय लोगों की सहायता ली जाएगी। इसके अलावा स्कूली बच्चें भी स्वच्छता की उपयोगिता समझें व दूसरों को भी प्रेरित करें, इसके लिए स्कूली बच्चों को साथ लेकर विभिन्न आयोजन भी रायपुर में होंगे।