रायपुर। छत्तीसगढ़ में स्टाइपंड बढ़ाने की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे डॉक्टरों द्वारा विरोध का नया-नया तरीका अपनाया जा रहा है। इस आंदोलन में शामिल कुछ डॉक्टरों ने आज चाय की दुकान खोलकर सांकेतिक विरोध दर्ज कराया। इनका कहना था कि अब तो स्टाइपंड बढ़ने की उम्मीद ही नहीं रही, इसलिए उन्होंने अपनी ही चाय की दुकान खोल दी है।
डॉक्टरों की इस चाय की दुकान पर बैनर पर “MBBS चाय वाला” के साथ ही चाय की कीमत और यूनाइटेड डॉक्टर्स फ्रंट एसोसिएशन का उल्लेख है, और यह दुकान चला रहे हैं डॉ विवेक बंजारे, डॉ साहिल और और डॉ प्रेम प्रकाश चौधरी।
डॉ विवेक बंजारे ने रेजिडेंट डॉक्टर्स द्वारा स्टाइपंड बढ़ने की मांग को लेकर किये जा रहे आंदोलन का जिक्र करते हुए बताया कि बार-बार की वादाखिलाफी के चलते अब उन्हें उम्मीद नहीं कि उनकी छात्रवृत्ति बढ़ेगी। इसी दौरान उन्हें पता चला कि हमारे कैंटीन में चाय वाले भैया की हर रोज की कमाई लगभग 2 हजार रूपये है, जबकि हमें महीने में केवल साढ़े 12 हजार रूपये मिलते हैं। जरा सुनिए, इन डॉक्टरों ने इस प्रदर्शन के जरिये किस तरह अपनी बात रखी…