रायपुर. छत्तीसगढ़ में शनिवार को तेज हवा के साथ हुई बारिश से कई शहरों का तापमान 10-15 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया. धमतरी चारामा रोड पर तो ओले गिरने से सड़क पर शिमला सा नजारा दिखने लगा. पिछले कुछ दिनों में चुभती गर्मी महसूस कर रहे लोगों को अचानक मौसम सुहाना लगने लगा. वीकेंड होने के कारण लोगों ने एंजॉय किया, जबकि ओले गिरने से किसानों के लिए आफत की बारिश साबित हुई. बिजली गिरने से पेंड्रा में एक बच्चे की, जबकि कवर्धा में दो की मौत की खबर है. इधर, मौसम विभाग ने रविवार को भी कुछ स्थानों पर इसी तरह आंधी-बारिश के साथ ओले गिरने की आशंका जताई है.
मौसम विभाग ने 18 मार्च को भारी बारिश के साथ तेज हवाएं चलने, ओले गिरने और वज्रपात की आशंका जताई थी. इसके मुताबिक आज सुबह से ही राजधानी रायपुर सहित प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में बादल छाए रहे. पेंड्रा रोड में 3 सेंटीमीटर बारिश दर्ज की गई है. राजधानी रायपुर में शाम तक 5.7 मिलीमीटर बारिश हुई है, जबकि आउटर माना में 17.3 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है. इसी तरह बिलासपुर में 15.4 मिलीमीटर, जगदलपुर में 11.2 और राजनांदगांव में 10 मिलीमीटर बारिश हुई. इस दौरान तेज हवाएं चलीं.
बारिश और ओले गिरने के कारण अधिकांश शहरों में अधिकतम तापमान में बड़ा अंतर देखने को मिला. रायपुर में अधिकतम तापमान में 9 डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गई है, जबकि बिलासपुर में सर्वाधिक 15 डिग्री सेल्सियस की गिरावट हुई है. इसी तरह माना में 10 डिग्री सेल्सियस, पेंड्रारोड में 10 डिग्री सेल्सियस, दुर्ग में 7, अंबिकापुर में 9 और जगदलपुर में 6 डिग्री सेल्सियस तापमान नीचे चला गया. मौसम केंद्र रायपुर से जारी रिपोर्ट के मुताबिक शनिवार को सारंगढ़ में सर्वाधिक 32.2 डिग्री सेल्सियस तापमान रहा, जबकि अंबिकापुर में सबसे कम 14.7 डिग्री सेल्सियस तापमान रिकॉर्ड किया गया है.
मौसम वैज्ञानिक डॉ. एचपी चंद्रा के मुताबिक पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से एक ऊपरी हवा का चक्रीय चक्रवाती परिसंचरण उत्तर-पश्चिम राजस्थान के ऊपर क्षोभ मंडल के निम्न स्तर पर स्थित है. एक द्रोणिका/हवा की अनियमित गति दक्षिण अंदरूनी कर्नाटक से झारखंड तक क्षोभ मंडल के निम्न स्तर पर स्थित है. इसके प्रभाव से प्रदेश में 19 मार्च को अनेक स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा होने अथवा गरज चमक के साथ छींटे पड़ने की संभावना है.
प्रदेश में एक-दो स्थानों पर गरज चमक के साथ वज्रपात होने, अंधड़ चलने तथा ओलावृष्टि होने की संभावना है. मौसम वैज्ञानिक चंद्रा के मुताबिक प्रदेश में अधिकतम तापमान में अपने अधिकतम गिरावट की स्थिति में आ चुका है. इस वजह से और अधिक गिरावट होना संभव नहीं है. प्रदेश में कल से अधिकतम तापमान में विशेष परिवर्तन होने की संभावना नहीं है.
तस्वीर धमतरी चारामा रोड की है. यहां शनिवार को दोपहर सड़क पर बर्फ की एक चादर बिछ गई थी. सड़क से लगे जंगल में भी बर्फ की परत काफी देर तक रही. इसे देखकर राहगीर तस्वीर और वीडियो बनाते दिखे. सोशल मीडिया पर वीडियो और तस्वीर दिनभर काफी चर्चा में रही.