कमलेश हिरा@कांकेर। एक महिला अपने बच्चे के शव को दफ़न करने के लिए दो दिन से भटक रही थी। जिसे आज पुलिस विभाग व नगर पालिका के द्वारा दफ़न कराया गया है।
जानकारी के अनुसार कांकेर जिले के मलांजकुडुम निवासी मंशो गावड़े का विवाह 4 साल पहले मुरागांव निवासी लछन गावड़े से हुआ था। पहले बच्चे के जन्म के बाद से ही महिला का स्वास्थ खराब रहने लगा और सही इलाज न मिलने के कारण महिला मानसिक रूप से अस्वस्थ रहने लगी थी। कुछ साल बाद महिला का पति बोरगाड़ी में काम करने के लिए बाहर चला गया और आपस आने के बाद महिला को घर का काम नहीं करने का हवाला देते हुए घर से भगा दिया था. जिसके बाद महिला अपने मायके पहुंची और ग्राम तुमसनार के ईसाईयो के संपर्क में आई और चर्च जाने लगी और कुछ समय बाद अपने मायके वापस लौट गई जब इसकी जानकारी जब घर वालो को हुई तब घर वालो ने भी महिला को घर से निकल दिया ।
महिला के बच्चे का स्वस्थ भी कुछ दिनों से अच्छा नहीं था जिसके बाद बीते शनिवार सुबह 8 बजे के आस पास बच्चे का मृत्यु हो गया। जिसके बाद महिला अपने मायके वालों के पास भी गई पर परिवारवालों ने उसे अपनाने से मना कर दिया। जिसके बाद से ही महिला मलांजकुडुम जलप्रपात मार्ग के पास बैठी हुई थी। जिसके बाद पास से गुजर रहे लोगो ने इस पूरे मामले की जानकारी पुलिस को दी ।
जिसके बाद पुलिस महिला को अपने साथ कांकेर ले गई और महिला के बच्चे का नगर पालिका की टीम की मदद से शहर के मुक्ति धाम में शव को दफन किया गया और महिला को कांकेर सखी वन स्टाप सेंटर में रखा गया है।