दंतेश्वर कुमार@बीजापुर। जिले के चिन्नाकोड़ेपाल में संचालित पोटाकेबीन में सोमवार को मलेरिया से छठवीं कक्षा के छात्र बबलू पुनेम बारह वर्षीय चिलनार निवासी की मौत हुआ था। जिसके बाद छत्तीसगढ शासन में पूर्व मंत्री महेश गागड़ा पोटाकेबिन का निरीक्षण करने पहुंचे थे निरीक्षण के दौरान भारी अव्यवस्था देखने को मिली परिसर में गंदगी साफ- सफाई के साथ शयन कक्ष में मच्छरदानी का अभाव देखने को मिला।
गागड़ा ने संबंधित विभाग और पोटाकेबिन के अधीक्षक पर ध्यान न देने और लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है गागड़ा ने बताया है तबियत बिगड़ने बाद छात्र रात्रि में अधीक्षक को उठाने का प्रयास किया था परंतु अधीक्षक ने नजर अंदाज किया,अगले दिन जब बीमार ज्यादा बड़ी तब आनन फानन में अस्पताल लाया गया और छात्र को परिजनों को सौंपा गया। विभागीय लापरवाही बरतने के चलते छात्र की मौत हुई है जिला प्रशासन संबंधितो पर आवश्यक कार्यवाही करे ऐसी मांग करते हैं।
महेश गागड़ा ने कहा अस्पताल प्रशासन भी जिम्मेदार
छात्र को मलेरिया के चलते अस्पताल में दाखिल कराया गया था जिनका लगातार उपचार करने के बजाय जिला अस्पताल प्रशासन ने किस आधार पर एक ही दिन में छात्र को डिस्चार्ज दिया गया,ये भी बड़ी लापरवाही है जिला चिकित्सा आधिकारी संज्ञान लेते हुए इस पर कार्यवाही करे।