आज 25 मार्च का पंचांग-हिन्दू मास एवं वर्षशक सम्वत- 1944 शुभकृत्विक्रम सम्वत- 2079
आज की तिथि-तिथि-चतुर्थी 04:23 PM तक उसके बाद पञ्चमी,आज का नक्षत्र-भरणी 01:19 PM तक उसके बाद कृतिका,आज का करण-विष्टि और बव,आज का पक्ष- शुक्ल पक्ष,आज का योग- विष्कुम्भ,आज का वार- शनिवार
सूर्योदय-6:31 AM
सूर्यास्त–6:35 PM
चन्द्रोदय- 8:47 AM,25 मार्च
चन्द्रास्त-10:24 PM, 25 मार्च
सूर्य – मीन राशि में प्रवेश
आज चन्द्रमा की राशि (Moon Sign)
चन्द्रमा- 07:25 PM तक चन्द्रमा मेष उपरांत वृषभ राशि पर संचार करेगा | ।
दिन- शनिवार
माह- चैत्र मास
व्रत-गौरी पूजा
आज का शुभ मुहूर्त –अभिजीत मुहूर्त- 12:09 PM से 12:57 PMअमृत काल– 08:31 AM से 10:07 AMब्रह्म मुहूर्त- 04:55 AM से 05:43 AMविजय मुहूर्त-02:07 PM से 02:53 PMगोधूलि मुहूर्त-05:56 PM से 06:20 PMनिशिता काल-11:45 PM से 12:37 AM, 26 मार्च
आज का शुभ योग- रवि पुष्य योग -05:57 AM से 01:19 PM
आज का अशुभ समय-राहु काल – 09:31 AM से 11:02 AM तक कालवेला / अर्द्धयाम- 13:17:45 से 14:06:40 तकदुष्टमुहूर्त- 08:56 AM से 09:44 AM, 12:57 PM से 01:45 PMयमगण्ड – 3:34 PM से 5:05 PMभद्रा- 05:57 AM से 04:23 PMगुलिक-05:57:31 से 07:29:14 तकगंडमूल- नहीं
आज का चौघड़िया –
दिन-काल (काल वेला) 06:30 AM 08:00 AMशुभ 08:00 AM 09:31 AMरोग 09:31 AM 11:02 AMउद्बेग 11:02 AM 12:32 PMचर 12:32 PM 14:03 PMलाभ (वार वेला) 14:03 PM 15:34 PMअमृत 15:34 PM 17:04 PMकाल (काल वेला) 17:04 PM 18:35 PM
रात-लाभ (काल रात्रि) 18:35 PM 20:04 PMउद्बेग 20:04 PM 21:34 PMशुभ 21:34 PM 23:03 PMअमृत 23:03 PM 00:32 AMचर 00:32 AM 02:01 AMरोग 02:01 AM 03:30 AMकाल 03:30 AM 04:59 AMलाभ (काल रात्रि) 04:59 AM 06:29 AM
आज का पंचांग
हमारे दैनिक रोजमर्रा के कामों के लिये काफी मददगार हो सकता है। हमें पता रहता है कि आज हमारे लिये कौनसा समय महत्वपूर्ण कार्यों को करने या निर्णयों को लेने के लिये शुभ परिणाम देने वाला रहेगा। इस प्रकार पंचांग की मदद से हम अपने दिन की एक बेहतर योजना बना सकते हैं। यदि पंचांग के अनुसार आज के लिये हमारे ग्रहों की दशा व दिशा शुभ संकेत नहीं कर रही है तो हम अपने कार्यों को थोड़े समय के लिये होल्ड कर सकते हैं या फिर आवश्यक कार्य बिना किसी लापरवाही के सावधानी के साथ निपटा सकते हैं। कुल मिलाकर समय के अनुसार हम सतर्क रह सकते हैं। तिथि, वार, नक्षत्र, योग एवं करण दैनिक पंचांग के मुख्य पांच अंग होते हैं।