27 फरवरी 2023का पंचांग तिथि हिंदी आज 27फरवरी का पंचांग: पंचांग का ज्योतिष शास्त्र में बहुत महत्व है । पंचांग ज्योतिष के पांच अंगों का मेल है। जिसमें तिथि,वार, करण,योग और नक्षत्र का जिक्र होता है।
हिन्दू मास एवं वर्ष, शक सम्वत- 1944 शुभकृत्,विक्रम सम्वत- 2079
तिथि- अष्टमी 02:21 AM, Feb 28 तक
आज का नक्षत्र-रोहिणी पूर्ण रात्रि तक
आज का करण-विष्टि और बव
आज का पक्ष- शुक्ल पक्ष
आज का योग- विष्कुम्भ
आज का वार-सोमवार
सूर्योदय-6:55 AM
सूर्यास्त–6:24 PM
चन्द्रोदय- 11:36 AM,27 फरवरी
चन्द्रास्त- 1:36 AM, 28 फरवरी
सूर्य – कुंभ राशि में प्रवेश
चन्द्रमा-वृषभ राशि पर संचार करेगा।
दिन- सोमवार
माह- फाल्गुन
व्रत-होलाष्टक आरंभ
आज का शुभ मुहूर्त- अभिजीत मुहूर्त-12:16 PM से 01:02 PM,अमृत काल–03:51 AM से 05:35 AM,ब्रह्म मुहूर्त- 05:18 AMसे 06:06 AM,विजय मुहूर्त-02:07 PM से 02:53 PM,गोधूलि मुहूर्त-05:47 PM से 06:11 PM,निशिता काल-11:45 PM से 12:37 AM, 28 फरवरी,
आज का शुभ योग -सर्वार्थ सिद्धी योग–पूरे दिन
आज का अशुभ समय- राहु काल -08:20 AM से 09:47 AM तक,कालवेला / अर्द्धयाम-10:15:11 से 11:01:31 तक,दुष्टमुहूर्त- 01:02 PM से 01:48 PM, 03:20 PM से 04:06 PM,यमगण्ड– 11:13 AM से 12:39 PM,भद्रा–06:23 AM से 01:35 PM,गुलिक-13:37:56 से 15:04:50 तक,गंडमूल-नहीं है
आज चौघड़िया
दिन का चौघड़िया– अमृत 06:54 AM 08:20 AM,काल (काल वेला) 08:20 AM 09:46 AM,शुभ 09:46 AM 11:13 AM,रोग 11:13 AM 12:39 PM,उद्बेग 12:39 PM 14:05 PM,चर 14:05 PM 15:32 PM,लाभ (वार वेला) 15:32 PM 16:58 PM,अमृत 16:58 PM 18:24 PM
,रात का चौघड़िया- चर 18:24 PM 19:58 प,रोग 19:58 PM 21:32 PM,काल 21:32 PM 23:05 PM,लाभ (काल रात्रि) 23:05 PM 00:39 AM,उद्बेग 00:39 AM 02:12 AM,शुभ 02:12 AM 03:46 AMअमृत 03:46 AM 05:19 AMचर 05:19 AM 06:53 ऍम
आज का पंचांग
आज का पंचांग हमारे दैनिक रोजमर्रा के कामों के लिये काफी मददगार हो सकता है। हमें पता रहता है कि आज हमारे लिये कौनसा समय महत्वपूर्ण कार्यों को करने या निर्णयों को लेने के लिये शुभ परिणाम देने वाला रहेगा। इस प्रकार पंचांग की मदद से हम अपने दिन की एक बेहतर योजना बना सकते हैं। यदि पंचांग के अनुसार आज के लिये हमारे ग्रहों की दशा व दिशा शुभ संकेत नहीं कर रही है तो हम अपने कार्यों को थोड़े समय के लिये होल्ड कर सकते हैं या फिर आवश्यक कार्य बिना किसी लापरवाही के सावधानी के साथ निपटा सकते हैं। कुल मिलाकर समय के अनुसार हम सतर्क रह सकते हैं। तिथि, वार, नक्षत्र, योग एवं करण दैनिक पंचांग के मुख्य पांच अंग होते हैं।