28 फरवरी 2023का पंचांग तिथि हिंदी: पंचांग का ज्योतिष शास्त्र में बहुत महत्व है । पंचांग ज्योतिष के पांच अंगों का मेल है। जिसमें तिथि,वार, करण,योग और नक्षत्र का जिक्र होता है। इसकी मदद से हम दिन के हर बेला के शुभ और अशुभ समय का पता लगाते हैं। उसके आधार पर अपने खास कर्मों को इंगित करते हैं।
आज 28 फरवरी का पंचांग-हिन्दू मास एवं वर्ष,शक सम्वत- 1944 शुभकृत्,विक्रम सम्वत- 2079
आज की तिथि-तिथि- नवमी 04:18 AM, Mar 01 तक, आज का नक्षत्र-रोहिणी 07:20 AM तक उसके बाद मॄगशिरा,आज का करण-गर और वणिज,आज का पक्ष- शुक्ल पक्ष,आज का योग- वैधृति,आज का वार-मंगलवार
चन्द्रमा-08:32 PM तक चन्द्रमा वृषभ उपरांत मिथुन राशि पर संचार करेगा।
आज का शुभ मुहूर्त अभिजीत मुहूर्त-12:16 PM से 01:02 PM,अमृत काल–12:08 AMसे01:54 AM,ब्रह्म मुहूर्त- 05:17 AM से 06:05 AM,विजय मुहूर्त-02:07 PM से 02:53 PM,गोधूलि मुहूर्त-05:46 PM से 06:10 PM,निशिता काल-11:45 PM से 12:37 AM, 1 मार्च
आज का शुभ योग – रवि पुष्य योग -07:20 AM से 06:21 AM, Mar 01
आज का अशुभ समय-राहु काल – 03:32 PM से 04:59 PM तक,कालवेला / अर्द्धयाम-08:41:53 से 09:28:19 तक,दुष्टमुहूर्त-09:11 AM से 09:57 AM, 11:24 PM से 12:14 AM,यमगण्ड–9:46 AMसे 11:13 AM,भद्रा–नहीं है,गुलिक-12:10:52 से 13:37:57 तक,गंडमूल-नहीं है
आज का चौघड़िया
दिन –रोग 06:53 AM 08:20 AM,उद्बेग (वार वेला) 08:20 AM 09:46 AM,चर 09:46 AM 11:12 AM,लाभ 11:12 AM 12:39 PM,अमृत 12:39 PM 14:05 PM,काल (काल वेला) 14:05 PM 15:32 PM,शुभ 15:32 PM 16:58 PM,रोग 16:58 PM 18:25 PM
रात –काल 18:25 PM 19:58 PM,लाभ (काल रात्रि) 19:58 PM 21:32 PM,उद्बेग 21:32 PM 23:05 PM,शुभ 23:05 PM 00:39 AM,अमृत 00:39 AM 02:12 AM,चर 02:12 AM 03:45 AM,रोग 03:45 AM 05:19 AM,काल 05:19 AM 06:52 AM
आज का पंचांग
आज का पंचांग हमारे दैनिक रोजमर्रा के कामों के लिये काफी मददगार हो सकता है। हमें पता रहता है कि आज हमारे लिये कौनसा समय महत्वपूर्ण कार्यों को करने या निर्णयों को लेने के लिये शुभ परिणाम देने वाला रहेगा। इस प्रकार पंचांग की मदद से हम अपने दिन की एक बेहतर योजना बना सकते हैं। यदि पंचांग के अनुसार आज के लिये हमारे ग्रहों की दशा व दिशा शुभ संकेत नहीं कर रही है तो हम अपने कार्यों को थोड़े समय के लिये होल्ड कर सकते हैं या फिर आवश्यक कार्य बिना किसी लापरवाही के सावधानी के साथ निपटा सकते हैं। कुल मिलाकर समय के अनुसार हम सतर्क रह सकते हैं। तिथि, वार, नक्षत्र, योग एवं करण दैनिक पंचांग के मुख्य पांच अंग होते हैं।