04.02.23| छत्तीसगढ़ के मुंगेली और जशपुर में 3 पंचायत सचिवों को निलंबित कर दिया गया है. जशपुर में 2 पंचायत सचिवों पर 75 लाख का घोटाला करने का आरोप है. वहीं मुंगेली में जनचौपाल में प्राप्त आवेदनों के निराकरण में लापरवाही बरतने पर पंचायत सचिव को निलंबित कर दिया गया है
दरअसल, जशपुर में कार्य में घोर लापरवाही बरतने वाले दो पंचायत सचिवों को निलंबित कर दिया गया है. सचिव भजमोहन पात्रे, बाबू साजबहार और जगन्नाथ जायसवाल को निलंबित किया गया है.
पंचायत सचिव जगन्नाथ जायसवाल को 75 लाख राशि गबन के आऱोप में निलंबित किया गया है. साप्ताहिक बैठक नहीं लेने, गौठन के कार्य और मुख्यालय में अनुपस्थित संबंधित शिकायतें थीं. जिला पंचायत सीईओ जितेंद्र यादव ने कार्रवाई की है.
इधर मुंगेली कलेक्टर राहुल देव के निर्देश पर जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी दशरथ सिंह राजपूत ने आदेश जारी कर जनचौपाल में प्राप्त आवेदनों के निराकरण में लापरवाही बरतने पर विकासखण्ड मुंगेली के ग्राम पंचायत धनगांव गो. के पंचायत सचिव झूलाराम घृतटाण्डे को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया है.
जारी आदेश के अनुसार सचिव द्वारा धनगांव गो. के जनचौपाल में प्राप्त 25 निराश्रित आवेदनों को आवश्यक दस्तावेज के साथ जनचौपाल के पूर्व स्वीकृत हेतु जनपद पंचायत कार्यालय मुंगेली में जमा नहीं किया गया, जिसके कारण पात्र हितग्राही उक्त योजना से लाभान्वित होने से वंचित हो गए.
पंचायत सचिव के उक्त कृत्य को शासकीय कार्य के प्रति उदासीनता एवं घोर लापरवाही तथा शासन की जनकल्याणकारी योजनाओं में रूचि नहीं लेना व उच्चाधिकारी के आदेश की लगातार अवहेलना मानते हुए तत्काल प्रभाव से निलंबित किया गया है. निलंबन अवधि में सचिव का मुख्यालय जनपद पंचायत मुंगेली निर्धारित किया गया है. इस दौरान उन्हें नियमानुसार जीवन निर्वाह भत्ता की पात्रता होगी.
उल्लेखनीय है कि कलेक्टर द्वारा जनचौपाल में प्राप्त आवेदनों की लगातार समीक्षा की जा रही है. वहीं शासन के जनकल्याणकारी योजनाओं के क्रियान्वयन में लापरवाही बरतने वाले संबंधितों के विरूद्ध जिम्मेदारी तय करते हुए कार्रवाई की जा रही है.