रवि तिवारी@देवभोग। करचिया गॉव के बुजुर्गों ने आज से 32 साल पहले गॉव में तीन साल तक चंदन यात्रा करवाने का बड़ा संकल्प लिया था, इस दौरान बुजुर्गों ने उस संकल्प को पूरा करने की दिशा में कदम भी बढ़ाया, गॉव में वर्ष 1991 और 1992 में दो साल तक चंदन यात्रा का आयोजन भी हुआ, लेकिन तीसरे साल यह यात्रा शुरू ना हो सका और ग्रामीणों का संकल्प अधूरा रह गया.. इस दौरान बीच-बीच में चर्चा भी तेज हुआ कि चंदन यात्रा के उस संकल्प को पूरा करना है लेकिन चर्चा सिर्फ चर्चा बनकर ही रह गया.. ऐसे में वर्ष 2022 के अंतिम में एक बार फिर रूपरेखा तैयार किया गया.. इस बार पुरे करचिया गॉव के लोगों ने मन बनाया कि बुजुर्गों के संकल्प को हम पूरा करके दिखाएंगे… पुरे गॉव के लोगों ने हामी भरा और संकल्प को पूरा करने की दिशा में आगे बढ़ गए.. इसी क्रम में गॉव में मई महीने में चंदन यात्रा का पूजा शुरू हो चुका है..
पिता के संकल्प को बेटा कर रहा पूरा-: गॉव के भोजराज मरकाम ने बताया कि आज से 32 साल पहले उनके पिता मंगल सिंह मरकाम और ग्रामीणों ने तीन साल तक चंदन यात्रा करने का संकल्प लिया था.. उस दौरान दो साल तक पूजा हो सका.. तीसरे साल किसी कारणों के चलते यह पूजा सम्पन्न नहीं हो पाया… ऐसे में लम्बे समय से अधूरा संकल्प को पूरा करने के लिए पुरे करचिया गॉव के ग्रामीण आगे आये.. वहीं ग्रामीणों के सहयोग से अब चंदन यात्रा का भव्य आयोजन किया जा रहा है.. इस आयोजन में राधा कृष्ण की मूर्ति के साथ ही गायत्री माता, महालक्ष्मी देवी, राजा विराट, किचक राजा, युधिष्ठिर, सरस्वती, गणेश, नकुल, भीम, द्रोपदी, अर्जुन, सहदेव, भगवान विष्णु का क्षीर सागर वाला मूर्ति और निषाद राज की मूर्ति बनाई गई है…
महाभण्डारे में रोज 30 हजार लोगों के भोजन की व्यवस्था-: गॉव के उपसरपंच चेतन नायक, दुर्गेश टाडील्य, पंकज बिसी और छायासंत बिसी ने बताया कि पांच दिनों तक गॉव में महाभंडारे का बड़ा आयोजन किया गया है.. महाभंडारे के दौरान रोज करीब 30 हजार लोगों के भोजन की व्यवस्था की गई है.. चंदन यात्रा के दौरान गॉव में एक भी चूल्हा नहीं जलेगा, सभी गॉव के ग्रामीण एक पंडाल के नीचे बैठकर भगवान कृष्ण का भोग ग्रहण करेंगे.. वहीं कार्यक्रम में गॉव के महिला पुरुष भी बढ़चढ़कर भाग ले रहे है, सभी की जिम्मेदारी तय कर दी गई है..
छह दिनों तक भगवान कृष्ण को लगेगा चंदन का लेप-: छह दिनों तक चलने वाले चंदन यात्रा में हर रोज शाम को भगवान कृष्ण को चंदन का लेप लगाया जा रहा है.. पुरे गॉव के लोग चंदन रखकर भगवान कृष्ण को गॉव के भ्रमण के दौरान चंदन का लेप लगाएंगे.. वहीं शाम को नगर भ्रमण के बाद कृष्ण और राधा नदी में जलकीड़ा भी करते नजर आएंगे..
गॉव में मांस और मदिरा के सेवन पर प्रतिबंध-: चंदन यात्रा शुरू होने के सात दिन पहले से ही गॉव में मांस और मदिरा के सेवन पर प्रतिबंध लगा दिया गया है.. ग्रामीणों ने बैठक कर साफ कर दिया है कि आयोजन शुरू होने के सात दिन पहले से ही गॉव में कही भी मांस मंदिरा का सेवन करते कोई व्यक्ति नजर नहीं आना चाहिए..वहीं बैठक में लिए गए निर्णय का ग्रामीण भी पालन करते नजर आ रहे है..करचिया के ग्रामीण कृष्ण नाम के रस का पान करते हुए भक्तिमय सागर में डूब गए है..