नेशनल डेस्क। इस समय नवरात्रि का पावन पर्व मनाया जा रहा है। नवरात्रि के 9 दिनों में मां के 9 रूपों की विधि- विधान से पूजा- अर्चना की जाती है। आज नवरात्रि का सातवां दिन है। नवरात्रि के सातवें दिन मां के सातवें स्वरूप मां कालरात्रि की पूजा- अर्चना की जाती है। कहा जाता है मां कालरात्रि की पूजा करने से जीवन में आने वाली बाधाएं दूर होती हैं। मां कालरात्रि की पूजा से शनिदेव भी शांत होते हैं।
देवी कालरात्रि का शरीर अंधकार की तरह काला है। मां के बाल लंबे और बिखरे हुए हैं। मां के गले में माला है जो बिजली की तरह चमकते रहती है। मां कालरात्रि के चार हाथ हैं। मां के हाथों में खड्ग, लौह शस्त्र, वरमुद्रा और अभय मुद्रा है।
ब्रह्म मुहूर्त- 04:37 ए एम से 05:26 ए एम
अभिजित मुहूर्त- 11:47 ए एम से 12:34 पी एम
विजय मुहूर्त- 02:09 पी एम से 02:56 पी एम
गोधूलि मुहूर्त- 05:54 पी एम से 06:18 पी एम
अमृत काल- 07:50 पी एम से 09:20 पी एम
निशिता मुहूर्त- 11:46 पी एम से 12:35 ए एम, अक्टूबर 03
सर्वार्थ सिद्धि योग- 06:14 ए एम से 01:53 ए एम, अक्टूबर 03
राहुकाल- 04:37 पी एम से 06:06 पी एम
यमगण्ड- 12:10 पी एम से 01:39 पी एम
आडल योग- 06:14 ए एम से 01:53 ए एम, अक्टूबर 03
दुर्मुहूर्त- 04:31 पी एम से 05:19 पी एम
गुलिक काल- 03:08 पी एम से 04:37 पी एम
भद्रा- 06:47 पी एम से 05:43 ए एम, अक्टूबर 03