अनिल गुप्ता@दुर्ग। प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत आवास दिलाने के नाम पर गरीब लोगों से ठगी का मामला भिलाई में एक बार फिर से प्रकाश में आया है। इस बार बकायदा आरोपी का वीडियो भी सामने आया है। स्टिंग किए इस वीडियो को भी आपके सामने पहली बार दिखाया जा रहा है। इस वीडियो में साफतौर पर देखा जा सकता है, की आशियाना पाने के लिए भोले भाले लोग किस तरह से अपनी मेहनत की रकम देने के नाम पर ठगा महसूस करते है।
प्रधानमंत्री आवास योजना के आवास पर भिलाई के कुछ तथाकथित नेता,फर्जी सील, साइन और नोटशीट तैयार कर लोगों को किस तरह से चकमा दे रहे है। उनकी गाढ़ी कमाई पर कैसे चपत लगा रहे है। इस स्टिंग किए गए वीडियो को आप देखकर साफतौर पर समझ सकते हैं।
गरीबों से पैसे लेकर फर्जी दस्तावेज देकर दे रहा मकान
भिलाई का ये तथाकथित युवा नेता कई सारे गरीबों से 60-60 हजार रुपए ले लेकर फर्जी दस्तावेज देकर उन्हें प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत बकायदा मकान प्रदान करवा रहा है। नगर निगम क्षेत्र में आवासीय योजना के मकानों में हो रहे बंदरबाट को लेकर नगर निगम के नेता प्रतिपक्ष भोजराज सिन्हा का आरोप है, की इस तरह के लोगो पर सीधे अपराध दर्ज कराने की जिम्मेदारी आयुक्त की होती है। ताकि गरीबों का कमाई वापस मिल सके।
मीडिया के सवालों से बचते नजर आए निगम के अधिकारी
इस पूरे प्रकरण के सामने आने के बाद इधर नगर निगम के अधिकारी मीडिया के सवालों से बचते नजर आ रहे है। फिलहाल इस नए मामले में केवल तीन लोगों को फर्जी तरह से, आवास आवंटित करने का
की बात सामने आई है। लेकिन मामले की सही तरह से पड़ताल कराई जाए। तो ऐसे कई लोग होंगे जिनके साथ इस तरह का फर्जीवाड़ा होने की बात सामने आ सकता है। नगर निगम प्रशासन को चाहिए कि वो आम्रपाली आवास के पीछे बने पीएम आवास में रह रहे लोगों की जांच करे। कि कौन आवंटन के बाद रह रहा है। और कौन फर्जी तरीके से रह रहा है। फर्जी तरीके से रहने वाले सभी लोगों से मकान खाली कराया जाना चाहिए। और पात्र लोगों को मकान आवंटित किया जाना
चाहिए। इसके अतिरिक्त जो लोग नगर निगम के सिल साइन का गैर तरीके से इस्तेमाल कर आवास दिलाने के नाम पर गरीबों की जेब काट रहे है। उनके विरुद्ध भी कानूनी कार्यवाही करे। ताकि इस तरह के लोग बेनकाब हो सके।