रायपुर. प्रदेश के विभिन्न शासकीय अस्पतालों में पदस्थ किए गए एम.बी.बी.एस. अनुबंधित चिकित्सा अधिकारी जो कार्यभार ग्रहण करने के बाद अपने पदस्थापना स्थल से अनुपस्थित हैं, उन्हें स्वास्थ्य विभाग ने दो दिनों के भीतर उपस्थिति देने कहा है। राज्य के कई जिलों के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने स्वास्थ्य विभाग को अवगत कराया है कि ऐसे 109 डॉक्टर अपने कार्यस्थल से गैरहाजिर हैं। विभाग ने विगत 3 फरवरी को ऐसे सभी डॉक्टरों को नोटिस जारी कर दो दिनों के भीतर उपस्थिति देने को कहा है। कार्य पर उपस्थित नहीं होने वाले अनुबंधित चिकित्सा अधिकारियों के विरूद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।
राज्य शासन के चिकित्सा शिक्षा विभाग के छत्तीसगढ़ चिकित्सा, दंत चिकित्सा एवं भौतिक चिकित्सा (फिजियोथैरेपी) स्नातक प्रवेश नियम के अनुसार बॉण्ड की शर्तों का अनुपालन नहीं करने वाले अनुपस्थित चिकित्सकों के विरूद्ध बॉण्ड की संपूर्ण राशि की वसूली की कार्यवाही भू-राजस्व की बकाया राशि के रूप में की जाएगी। एम.बी.बी.एस. अनुबंधित चिकित्सा अधिकारी को चिकित्सा शिक्षा विभाग के स्नातक प्रवेश नियम के अनुसार यथा उल्लेखित अनापत्ति प्रमाण पत्र तब तक प्रदान नहीं किया जाएगा, जब तक कि सम्पूर्ण देय राशि की वसूली नहीं हो जाती। अनुबंधित चिकित्सा अधिकारी के विरूद्ध नियमानुसार की जाने वाली समस्त कार्यवाही के लिए संबंधित अनुबंधित चिकित्सा अधिकारी स्वयं जिम्मेदार होंगे।
चिकित्सा छात्रों द्वारा निष्पादित अनुबंध के अनुसार दो वर्ष के ग्रामीण सेवा के लिए अनुबंधित चिकित्सा अधिकारियों के पदस्थापना स्थल से अनुपस्थित होने के कारण स्वास्थ्य विभाग द्वारा विगत 9 नवम्बर 2022 को 212 एम.बी.बी.एस. अनुबंधित चिकित्सा अधिकारियों को अपने पदस्थापना स्थल में पांच दिनों के भीतर कार्यभार ग्रहण करने अंतिम अवसर प्रदान करने के लिए सूचना (Notice) जारी की गई थी। विभिन्न जिलों के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी से प्राप्त जानकारी के अनुसार 212 अनुपस्थित अनुबंधित चिकित्सा अधिकारियों में से 197 चिकित्सा अधिकारियों ने शासन द्वारा पदांकित पदस्थापना स्थल में अपनी उपस्थिति दे दी है, एवं पांच अनुबंधित चिकित्सा अधिकारियों द्वारा अनुबंध की राशि विभाग में जमा की गई है। शेष दस चिकित्सा अधिकारी अभी भी अनुपस्थित हैं। इन अनुपस्थित चिकित्सा अधिकारियों के विरूद्ध बॉण्ड की राशि की वसूली की कार्यवाही के लिए संबंधित कलेक्टर से पत्राचार किया जा रहा है।