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Nazar Dosh: जब लगती है आपके बच्चे को बुरी नजर तो इन संकेतों से पहचानें और इन 12 उपायों से दूर करें नजर दोष…

Nazar Dosh: बुरी नजर लगने से न सिर्फ व्यक्ति बीमार हो जाता है बल्कि यह जानलेवा भी हो सकता है। धरती पर दो तरह की शक्तियां मानी जाती हैं एक अच्छी और एक बुरी। अच्छी शक्ति आपके अंदर सकारात्मक सोच और नई ऊर्चा पैदा करती हैं वहीं, बुरी शक्ति आपको अंदर से कमजोर व खोखला बनाती चली जाती है। बुरी शक्ति का प्रयोग लोग दूसरो को परेशान करने के लिए करते हैं। खासकर बच्चो पर इसका असर बहुत पड़ता है। बच्चे कोमल होते हैं। ऐसे में उन्हें बुरी नजर बड़ी जल्दी लग जाती है। इसके बाद वह बीमार पड़ जाते हैं। खाना पीना भी छूट जाता है। इंसान के अच्छे विचार भी बुरे विचारों में बदल जाते हैं। कुछ लोग इसे अंधविश्वास कहते हैं, लेकिन इसका एक वैज्ञानिक आधार भी है। लेकिन सामुद्रिक शास्त्र की माने तो बच्चों को बुरी नजर लगने पर कुछ खास संकेत मिलते हैं। जैसे बच्चों का चिड़चिड़ा होना, बार बार बीमार पड़ना, उल्टी-दस्त होना, आंखों का रंग बदलना, सिर दर्द होना इत्यादि। इसके अलावा व्यर्थ का धन खर्च होना, बिना मतलब बच्चों का रोना, बार-बार दूध फट जाना, घर में कोई भी नुकसान होना ये सभी चीजें बुरी नजर के संकेत हैं।

बुरी नजर से बचने के कारगर उपाय

तांबे के लोटे में भगवान पर चढ़े नाजुक फूल, शकर या दूध, पानी इत्यादि चीजें डालें और बच्चे पर से 11 बार सिर से पैर तक उतारें। अब इसे तुलसी को छोड़ किसी भी पौधे के गमले में डाल दें। नजर खत्म हो जाएगी।

यदि बच्चे को मीठी नजर लगी है तो दोनों हाथों की मुट्ठी में शकर लेकर सिर से पैर तक उतारें। अब शक्कर में पानी मिलाकर उसे बाथरूम में तेजी से बहा दें। या फिर दूध में मिश्री डालकर 7 बार बच्चों पर से उतारें और उसे पीपल के पेड़ पर डाल दें। फिर पीछे पलटकर ना देखें।

नमक, राई, लहसुन, प्याज के सूखे छिलके और सूखी लाल मिर्च इन सभी बच्चों के ऊपर से नीचे तक 7 या 21 बार उतारें। फिर इसे जलते अंगारे या रसोई घर में जलती गैस पर डाल दें। इससे बुरी नजर खत्म हो जाएगी।

शनिवार को बजरंगबली के मंदिर जाएं। यहां भगवान के कंधे से सिंदूर ले आएं और बच्चे के माथे पर लगा दें। इससे बुरी नजर के सभी कष्ट खत्म हो जाएंगे।

यदि स्तनपान करते बच्चे को नजर लग जाए तो इमली की तीन छोटी डालियां लें और उन्हें एक और से जलाएं और दूसरी ओर से पकड़कर बच्चों के ऊपर 7 बार घुमाया दें। फिर पानी से इसे बुझा दें।

बच्चे को खाना खाते हुए नजर लग जाए तो वह भोजन करने में रुचि नहीं दिखाता है। इस स्थिति में एक किसी भी पेड़ का पत्ता लें और उसमें खाने की कुछ चीजें रखकर गुलाबजल छिड़ दें। अब इसे किसी रास्ते पर रख दें। नजर उतर जाएगी।

एक मिट्टी का छोटा बर्तन लें। इसमें लाल मिर्च, अजवाइन और पीली सरसों डाल आग लगाएं। अब इसकी धूनी से बच्चे की नजर उतारें।

बच्चा यदि दूध पीने में नखरें करे तो उसके ऊपर से कच्छ दूध सात बार वारकर किसी काले कुत्ते को पीला दें। नजर उतर जाएगी।

शनिवार के दिन बच्चे के ऊपर से झाड़ू या उसी के बाएं पैर की चप्पल या जूता 7 बार उल्टे क्रम से उतारें। फिर दरवाजे की दहलीज पर तीन बार झाड़ कर अंदर आएं। इससे बुरी नजर उतर जाएगी।

फिटकरी और पीली सरसों को बच्चे के ऊपर से सात बार वारकर चूल्हे में डाल दें। इसे सुबह, दोपहर एवं शाम करें। इससे नजर से बीमार हुआ बच्चा ठीक हो जाता है।

ऐसी मान्यता है कि पवित्र भावना और शांतिपूर्वक हनुमान चालीसा पढऩे से हनुमान जी की कृपा तो प्राप्त होती ही है व आपको हर तरह की जानी-अनजानी होनी और अनहोनी से भी बचाती है।हनुमान चालीसा पढऩे के बाद याद से हनुमान जी की कपूर से आरती करें। जो भी व्यक्ति नज़र लगने से बहुत परेशान हो गए हैं तो उन्हें हर मंगलवार और शनिवार को हनुमान जी को सिंदूर लगाना चाहिए और वही सिंदूर अपने माथे पर भी लगा लेना चाहिए। हनुमान जी का सिंदूर माथे पर लगाने से व्यक्ति की नज़र आसानी से उतर जाती है। हालांकि नजर उतारने के लिए आप लहसुन, नमक, प्याज, सूखी मिर्च का भी इस्तेमाल कर सकते है।

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