रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा में सामने आए राशन घोटाले पर पत्रकारों से चर्चा करते हुए वरिष्ठ भाजपा विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि स्वयं राज्य के खाद्य मंत्री अमरजीत भगत अपने जवाब में स्वयं स्वीकार कर रहे है कि गुड़,चना, शक्कर, चावल राशन दुकानों में सैकड़ों करोड़ का बचत समान था। उसकी जानकारी उपलब्ध नहीं कराई गई तथा अतिरिक्त सामान सप्लाई कर दी गई।
उन्होंने कहा कि मंत्री की यह बात अपने आप में बड़े घोटाले की तरफ इशारा करती है। साथ ही बृजमोहन ने यह भी बताया कि जब केंद्र सरकार ने आंकड़े भेजें उसके बाद राज्य में जांच की कार्रवाई प्रारंभ की गई पर ऑटोमेटिक पोर्टल बंद कर दिया गया। मामले को रफा-दफा करने की कोशिश की गई।
उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि यह सरकार गरीबों के हक में सेंध लगा रही है। यह गरीबों की थाली से खाना चुराने वाली सरकार है। सरकारी भ्रष्टाचार का यह अनूठा नमूना है जो गरीब परिवारों तक को नहीं बख्श रही।
उन्होंने कहा की यह 1000 करोड़ का राशन घोटाला प्रमाणित है बावजूद कांग्रेस की यह सरकार विधानसभा की समिति से जांच कि हमारी मांग को ठुकरा रही है। यहां मंत्री गड़बड़ी स्वीकार कर रहे हैं घोटाला प्रमाणित तौर पर दिख रहा है बावजूद विधानसभा की समिति से जांच अस्वीकार करना यह दर्शाता है कि इस घोटाले में मुख्यमंत्री सहित मंत्रिमंडल के समस्त सहयोगियों की भी भूमिका है।