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बढ़ने लगे है H3N2 और कोरोना वायरस के मामले, जानिए एक्सपर्ट्स ने क्या कहा….

H3N2 Virus and Covid: एक बार फिर कोरोना वायरस को लेकर सरकार की ओर से स्वास्थ्य महकमे को अलर्ट कर दिया गया है। H3N2 इन्फ्लूएंजा के साथ-साथ COVID-19 का जोखिम तेजी से बढ़ा है और कई राज्यों ने मामलों में वृद्धि की सूचना दी है। इसके बाद केंद्र ने मामलों में अचानक वृद्धि के बीच रविवार को कोविड-19 के लिए संशोधित दिशानिर्देश जारी किए।

स्वास्थ्य मंत्रालय ने कुछ ही दिन पहले कई राज्य सरकारों को पत्र लिखकर बढ़ते मामलों का मुकाबला करने के लिए परीक्षण, ट्रैक, उपचार और टीकाकरण की पांच-स्तरीय रणनीति का पालन करने के लिए कहा था।कोविड से भी देशभर में एक सप्ताह में 19 लोगों की जान जा चुकी है। दोनों वायरस के बढ़ते केस की वजह से स्वास्थ्य मंत्रालय भी अलर्ट हो गया है। लोगों को कोरोना और इन्फ्लूएंजा से बचाव करने की सलाह दी गई है। एक्सपर्ट्स ने भी लोगों को अलर्ट किया है। हाई रिस्क ग्रुप वालों को बचाव करने की सलाह दी है।

इस बीच ये जानना भी जरूरी है कि अचानक से देश में इन्फ्लूएंजा और कोविड के केस साथ-साथ क्यों बढ़ने लगे हैं? क्या इससे आने वाले दिनों में कोई गंभीर खतरा हो सकता है? चलिए जानते है एक्सपर्ट्स का क्या कहना है….

इस वायरस को लेकर एक्सपर्ट्स का कहना है की देश में हर साल इसके केस आते हैं, लेकिन इस बार ज्यादा मामले दर्ज किए जा रहे हैं। ऐसा हो सकता है कि इन्फ्लूएंजा के H3N2 स्ट्रेन में कोई बदलाव आ गया है, जिससे ये वायरस तेजी से फैल रहा है, हालांकि इससे लोगों को पैनिक होने की जरूरत नहीं है। इन्फ्लूएंजा का रिस्क बुजुर्ग और किसी दूसरी बीमारी से जूझ रहे लोगों को ज्यादा है। अन्य लोगों में इसके लक्षण खांसी-जुकाम जैसे ही होते हैं, जो कुछ दिनों में खुद ही ठीक हो जाते हैं। बस जरूरी है कि लोग इस दौरान अपना ध्यान रखें।

इस मौसम में वायरस हो जाते हैं एक्टिव
एक्सपर्ट्स के अनुसार ये मौसम किसी भी प्रकार के बैक्टीरिया और वायरस के लिए अनुकूल होता है। बीते कुछ महीनों से कोरोना के केस भी कम हो रहे थे तो लोग लापरवाही करने लगे थे। पहले लोग कोविड प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन करते थे। मास्क भी लगाते थे और भीड़ के इलाकों में भी जाने से बचते थे, लेकिन अब लापरवाही काफी बढ़ गई थी। ऐसे में इन्फ्लूएंजा और कोविड को पनपने का मौका मिल गया है। वायरस एक से दूसरे व्यक्ति में फैल रहा है। लोगों को सलाह है कि वे फिर से खुद का बचाव करना शुरू करें और अब मास्क जरूर लगाएं। मास्क दोनों ही वायरस से बचाव में काफी कारगर है।

कोविड और इन्फ्लूएंजा का संक्रमण एक साथ भी हो सकता है, लेकिन ऐसे केस कम ही देखने को मिलते हैं, हां, लेकिन अगर किसी व्यक्ति को ये दोनों वायरस एक साथ संक्रमित करते हैं, तो उसकी स्थिति बिगड़ सकती है। इससे बचाव का तरीका यह है कि अगर तीन दिन से ज्यादा समय तक खांसी-जुकाम या बुखार की शिकायत है तो डॉक्टर को दिखा लें। इससे समय रहते बीमारी की पहचान और इलाज हो जाएगा।

कैसे करें बचाव

मास्क लगाएं

भीड़ वाले इलाकों में न जाएं

हैंड हाइजीन का ध्यान रखें

फ्लू के लक्षण वाले मरीज के संपर्क में न आएं

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