लखनऊ । कभी नक्सली वारदातों के लिये कुख्यात रहे पूर्वी उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले में राजकीय इंजीनियरिंग कॉलेज सोनभद्र के छात्रों ने इलेक्ट्रिक वाहन के लिए एक ऐसा हाइब्रिड वायरलेस चार्जिंग सिस्टम विकसित किया है, जिससे गाड़ियां हाईवे की स्पेशल लेन पर चलते-चलते खुद बखुद रिचार्ज हो जायेंगी। उन्हें किसी चार्जिंग स्टेशन पर रुकने की जरूरत नहीं होगी और वे लगातार लंबी दूरी तय कर सकेंगी।
इंजीनियरिंग कॉलेज के विद्युत विभाग के प्रो डॉक्टर विजय प्रताप सिंह ने बताया कि अनूठी प्रणाली के तहत हाईवे में एक अलग लेन तैयार करना होगा। इस लेन में इलेक्ट्रिक क्वायल लगा होगा, जो गाड़ी के इलेक्ट्रिक क्वायल के संपर्क में आकर उसे चार्ज करता रहेगा। इस लेन से गुजरने वाली गाड़ियां स्वत: चार्ज हो जायेंगी। खास बात यह है कि यह चार्जिंग सिस्टम दिन में सोलर और विंड एनर्जी और रात में इलेक्ट्रिक ग्रिड के जरिए काम करेगा। इतना ही नहीं, इस सिस्टम से अतिरिक्त सोलर एनर्जी जेनरेट होने पर उसे ग्रिड में ट्रांसफर भी किया जा सकेगा।
विन्धयाचल मंडल मिर्ज़ापुर में आयोजित मंडल स्तरीय विज्ञान प्रतियोगिता में इस माडल को इंजीनियरिंग कॉलेज के छात्रों द्वारा प्रस्तुत किया गया जहां मूल्यांकन समिति द्वारा मिर्जापुर मंडल में प्रथम पुरस्कार दिया गया।
डॉ विजय प्रताप सिंह के सुपरविजन में छात्रों ने सौर ऊर्जा आधारित वायरलेस डायनमिक वेहिकल चार्जिंग सिस्टम का मॉडल विकसित किया है। छात्रों का कहना है कि आने वाला वक्त इलेक्ट्रिक वाहन का है, लेकिन इनके लिए देश भर में चार्जिंग स्टेशन का व्यापक नेटवर्क तैयार करना बहुत कठिन है। ऐसे में यह सिस्टम बहुत उपयोगी सिद्ध हो सकता है। इस मौके पर संस्थान के निदेशक प्रो जी एस तोमर ने छात्रों को बधाई दी।