नई दिल्ली। संसद से राहुल गांधी की अयोग्यता के खिलाफ मंगलवार को कांग्रेस नेता हाथों में जलती मशाल लेकर प्रतिष्ठित लाल किले के पास इकट्ठा हुए।
विरोध स्थल के दृश्यों में नेताओं को पुलिस वाहनों में ले जाते हुए दिखाया गया है। उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत समेत कांग्रेस के कई नेताओं को दिल्ली पुलिस ने हिरासत में लिया। पार्टी का ‘लोकतंत्र बचाओ मशाल शांति मार्च’ शाम 7 बजे लाल किले से शुरू होने वाला था लेकिन पुलिस ने लाल किला इलाके में बैरिकेडिंग कर दी।
कई कांग्रेस नेताओं और बीआरएस सांसद केशव राव को विरोध स्थल पर देखा गया। कांग्रेस सांसदों को मार्च के दौरान हाथों में जलती मशालें लेकर लाल किले पर इकट्ठा होने के लिए कहा गया। लेकिन उन्हें या तो हिरासत में ले लिया गया या पुलिस ने विरोध स्थल पर पहुंचने से रोक दिया।
वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम को भी लाल किले तक पहुंचने से रोक दिया गया, जहां से पार्टी ने पुरानी दिल्ली के चांदनी चौक में टाउन हॉल तक एक विरोध मार्च की योजना बनाई थी।
मानहानि के मामले में दो साल की जेल की सजा के बाद राहुल गांधी की अयोग्यता को लेकर मार्च महीने भर के विरोध कार्यक्रम का हिस्सा था।
कल, कांग्रेस ने संसद में ‘काला विरोध’ किया, जिसमें कई अन्य विपक्षी दलों के सदस्य शामिल हुए।