टीआरपी डेस्क
रायपुर। अपने राज्य में लगने वाले प्रीपेड स्मार्ट मीटर का कल रेट टेंडर फाइनल हो जाएगा। ये मीटर जब लग जाएंगे, तो उपभोक्ताओं को बिजली की खपत करने से पहले रिचार्ज कराना होगा। ऐसे में सबसे बड़ा सवाल यह खड़ा हो रहा था कि जिन बीपीएल के 20 लाख उपभोक्ताओं को 30 यूनिट बिजली मुफ्त मिलती है, उसका रिचार्ज कौन कराएगा। इसका जवाब अब यह है कि 30 यूनिट बिजली मुफ्त मिलने के बाद उपभोक्ताओं को अपना रिचार्ज कराने का मैसेज आएगा।
केंद्र सरकार ने सभी राज्यों में प्रीपेड मोड में स्मार्ट लगाने का आदेश जारी किया है। इसकी अधिसूचना राजपत्र में प्रकाशित होने के कारण इसको हर राज्य को लगाना है। छत्तीसगढ़ में भी इस योजना को लेकर पूरी तैयारी है। यहां पर इसके लिए टेंडर हो चुका है। अब दो दिन बाद टेंडर फाइनल भी हो जाएगा। इसके बाद संभावना है कि अगले माह से स्मार्ट मीटर लगने भी लगेंगे।
स्मार्ट मीटर योजना में बीपीएल को लेकर बड़ा पेंच फंसा हुआ था। इस वर्ग के उपभोक्ताओं को प्रदेश सरकार 30 यूनिट बिजली मुफ्त देती है। इसके बाद के यूनिट के इनको पैसे लगते हैं। हालांकि ज्यादातर उपभोक्ता 30 यूनिट के बाद के पैसे भी सालों से जमा नहीं कर रहे हैं, इसके बाद भी इनकी बिजली कट नहीं की जाती, लेकिन मीटर प्रीपेड होने पर इनकी बिजली कट हो जाएगी। यही वजह है प्रदेश सरकार चाहती थी कि बीपीएल वर्ग के उपभोक्ताओं को योजना से अलग रखा जाए, लेकिन केंद्र सरकार ने यह बात नहीं मानी है। अब सभी बीपीएल वर्ग के उपभोक्ता के मीटर भी बदले जाएंगे। ऐसे में अब पॉवर कंपनी ने तय किया है कि बीपीएल वर्ग को जो 30 यूनिट बिजली हर माह मुफ्त मिलती है, वह उसी तरह से मिलेगी जैसे अब तक मिलती है।
पावर कंपनी के अधिकारियों के मुताबिक सॉफ्टवेयर बनाया जा रहा है, जिसमें जहां 400 यूनिट तक बिजली बिल हॉफ योजना के हिसाब से ही 400 यूनिट तक रोज आधे पैसे रिचार्ज से कटेंगे, वहीं बीपीएल के उपभोक्ताओं को 30 यूनिट तक रिचार्ज नहीं कराना पड़ेगा। 30 यूनिट बिजली समाप्त होने से पहले ही उपभोक्ताओं को दो दिन पहले मैसेज आएगा कि उनको अब आगे बिजली का उपयोग करने के लिए रिचार्ज कराना होगा। ऐसा होने से पावर कंपनी का सबसे बड़ा फायदा यह हाेगा कि जो उपभोक्ता बरसों से 30 यूनिट बिजली से ज्यादा की खपत करने के बाद भी बिल जमा नहीं कर रहे हैं, उनको हर हाल में रीचार्ज कराना होगा, नहीं तो उनकी बिजली कट हो जाएगी।