मनीष@बिलासपुर। छत्तीसगढ़ के बिलासपुर शहर में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भाजपा पर बड़ा हमला बोलते हुए कहा कि, “भाजपा नेता की बेटियां करें तो लव है और दूसरे लोग करे तो जिहाद है!?” भाजपा को यह जवाब देना चाहिए कि उनके बड़े नेता की बेटी कहां है और किसके साथ है? ये पार्टी प्रदेश में केवल दो मुद्दों पर चुनाव लड़ना चाहती है। उनके पास धर्मांतरण और सांप्रदायिक ही मुद्दा है। वहीं, कांग्रेस किसानों, मजदूरों, आदिवासी, शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार जैसे मुद्दों पर चुनाव लड़ेगी। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के इस बयान के बाद से राजनीतिक गलियारों में दबी जुबान में खूब चर्चाएं हो रही है।
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने एक बार फिर से बीजेपी के राष्ट्रीय स्तर के नेताओं पर बिना नाम लिए बड़ी बयानबाजी की है। उन्होंने पूछा है कि जब भाजपा के बड़े नेताओं की बेटियां करें तो वह लव हो जाता है और दूसरे करें तो जिहाद..!? आखिर ऐसा क्यों है ? बीजेपी के बड़े नेताओं को उनके वरिष्ठ नेताओं से पूछना चाहिए कि आखिरकार उनकी बेटियां कहां और किसके साथ रहती है ?
दरअसल छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल अपने बेहद करीबी सलाहकार के दादाजी की मौत के बाद उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए उनके तेरहवीं के कार्यक्रम में शामिल होने बिलासपुर छत्तीसगढ़ के ग्राम अकलतरी पहुंचे थे। बिलासपुर जिले के अकलतरी पहुंचे मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि, बेमेतरा में दो बच्चों के झगड़े में मौत हुई है। किसी की भी मौत होना दुखद है। लेकिन, भाजपा ने ऐसा माहौल बना दिया कि छत्तीसगढ़ में क्या हो रहा है। उन्होंने कहा कि बिरनपुर मामले को लेकर भाजपा सिर्फ राजनीतिक रोटी सेंक रही है।
भाजपा की दोहरी नीति उजागर
उन्होंने कहा कि दो मुद्दों पर भाजपा की दोहरी नीति उजागर हुई है और राजनीतिक रोटी सेंक रहीह है। उन्होंने जशपुर के कोरवा आदिवासियों की मौत और बेमेतरा के बिरनपुर घटना का उदाहरण देते हुए कहा कि पहली घटना में भाजपा ने कमेटी गठित की और रिपोर्ट राज्यपाल को सौंपा गया। लेकिन, दूसरी घटना में कोई कमेटी गठित नहीं की गई और भाजपा के सारे सांसद भीड़ के साथ जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा मृतक परिवार को संवेदना प्रकट करने नहीं, बल्कि, आग लगी थी उसमें पेट्रोल डालने गए थे। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने यह साफ कर दिया कि बीजेपी के पास केवल दो ही मुद्दे हैं संप्रदायिकता और धर्मांतरण इन्हीं पर वह चुनाव लड़ना चाहती है जबकि कांग्रेस के पास जनकल्याणकारी कई मुद्दे हैं जिस पर वह चुनाव लड़ेंगे जिसमें बेरोजगारी, किसान, स्वास्थ्य और विकास जैसे मुद्दे प्रमुखता से शामिल है।
कांग्रेस किसान, मजदूर और युवाओं पर फोकस
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि बजट में जिन लोगों के लिए सरकार ने काम किया है, वे आभार प्रदर्शन करने के लिए कार्यक्रम आयोजित करना चाहते हैं। जिस तरह से सरगांव में भरोसा सम्मेलन हुआ, उसी तरह बस्तर में प्रियंका गांधी को पहली बार आमंत्रित किया गया है, जिसमें महिला, आदिवासी और युवाओं के लिए है सम्मेलन है।